कादरचौक-बदायूं हिन्दुस्तान संवाद सरकारी विद्यालयों का नाम आते ही अक्सर जो तस्वीर दिमाग में उठती है वह गंदगी से भरे कमरे में टाट पट्टी पर मैले कपड़ों में लिपटे बच्चों के गिनती रटने की होती है। इससे कुछ बेहतर हुआ तो स्कूल परिसर के अंदर फूलों की फुलवारी और अन्य सुविधाएं बढ़ जाती हैं लेकिन कादरचौक के गंगपुर पुख्ता का सरकारी स्कूल सरकारी स्कूलों पर लगे इस धब्बे दाग को एक नजीर पेश कर रहा है। इस स्कूल को देखते ही बेसिक शिक्षा की एक अलग सी आभा नजर आती है। विद्यालय में बेहतर सुविधाएं ही नहीं बल्कि बच्चों के शैक्षिक स्तर को किसी उच्च कान्वेंट स्कूल से भी बेहतर बनाया गया है। जिला मुख्यालय से महज पच्चीस किलोमीटर दूर स्थित इस गांव से पहले पूर्व माध्यमिक विद्यालय गंगपुर पुख्ता विद्यालय है जिसकी खूबसूरती देख हर कोई ठिठकने को मजबूर हो जाता है। बाहर से किसी शहरी कान्वेंट स्कूल से नजर आने वाले इस स्कूल के अंदर की छटा और ही निराली है। चार कमरों वाले बेसिक के इस विद्यालय में शिक्षक प्रवीण कुमार के अतिरिक्त दो सहायक अध्यापिकाएं हैं। कंप्यूटर शिक्षण के लिए लैपटॉप से शिक्षण: ग्रामीण बच्चों के लिए आधुनिक शिक्षा प्रदान करने के लिए शिक्षक प्रवीण कुमार ने स्वयं एक लैपटॉप खरीदा है। जिसके माध्यम से बच्चों को कंप्यूटर की शिक्षा प्रदान की जाती है।
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