इलाहाबाद : शिक्षा सिर्फ उन लोगों तक सीमित नहीं की जा सकती जो इसके लिए धन खर्च कर सकते हैं। शिक्षा के लाभ उन सभी लोगों तक भी पहुंचने चाहिए, जिनकी आर्थिक स्थिति ठीक नहीं है। शिक्षा ही वह माध्यम है जो व्यक्ति के आर्थिक, सामाजिक एवं मानसिक विकास के साथ-साथ सफल जीवन के लिए भी आवश्यक है। यही कारण है कि सभी को शिक्षा प्रदान करने का उत्तरदायित्व सरकार स्वयं उठाती है। ऐसे में शिक्षक का दायित्व महत्वपूर्ण हो जाता है। यह बात सीमैट के निदेशक संजय सिन्हा ने कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय के शिक्षक/शिक्षिकाओं के चार दिनी प्रशिक्षण के सातवें चक्र के उद्घाटन अवसर पर कही।
सिन्हा ने कहा कि हर बच्चे में अलग-अलग प्रतिभा होती हैं जिसे यदि निखारा जाय तो यह बच्चे के लिये जीवन पर्यन्त लाभकारी हो सकती है और यह कार्य केवल शिक्षक ही कर सकते हैं, क्योंकि केवल उन्हीं के पास इसकी विशेषज्ञता होती है। कार्यक्रम समन्वयक प्रभात मिश्र, विभागाध्यक्ष डा. अमित खन्ना, पवन सावंत का इसमें योगदान रहा।
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