क्या बोले बीएसए बेसिक शिक्षा अधिकारी प्रवीण मणि त्रिपाठी का कहना है कि विद्यालयों में प्रश्नपत्र न पहुंचने की जांच कराई जाएगी। जिस स्तर पर लापरवाही सामने आएगी, उनके विरुद्ध कार्रवाई की जाएगी। साथ ही ताला बंद कर परीक्षा कराने व परीक्षा के दौरान लापरवाही बरतने वाले शिक्षकों पर भी कार्रवाई होगी।
कहां क्या रहा हाल प्राथमिक विद्यालय मवैया में प्रश्नपत्रों के न पहुंचने से प्रश्नों को ब्लैक बोर्ड पर लिखकर परीक्षा कराई गई। कक्षा दो और 3 के प्रश्नपत्र पहुंचे भी तो तादाद से काफी कम। जिस कारण उनकी फोटोकॉपी करा कर वितरित किया गया। प्राथमिक विद्यालय आर्यनगर में भी परीक्षा के दौरान शिक्षिकाएं गंभीर नहीं दिखी। शिक्षिकाएं मोबाइल पर ही जुटी नजर आईं। प्राथमिक विद्यालय गुरुदीन खेड़ा में परीक्षा के दौरान शिक्षक नदारद रहे। जिसके चलते बच्चे एक दूसरे की नकल कर परीक्षा देते नजर आए। वहीं परीक्षा अवधि के दौरान कुछ बच्चे खेलते भी नजर आए। कुंडरी रकाबगंज में 10:14 पर प्रश्नपत्र बांटे गए। जबकि परीक्षा सुबह 9.30 पर शुरु होनी थी। प्रश्नपत्र देर से पहुंचने तक बच्चे खेलते नजर आए।
पहले दिन पेपर उपलब्ध नहीं करा सका बेसिक शिक्षा विभाग
पहले दिन पेपर उपलब्ध नहीं करा सका बेसिक शिक्षा विभाग
शनिवार से शुरू हुई सरकारी प्राइमरी स्कूलों व पूर्व माध्यमिक स्कूलों की वार्षिक परीक्षाओं में अव्यवस्थाओं को बोलबाला रहा। कहीं मास्टरों की लापरवाही के चलते परीक्षा अवधि में बच्चे खेलते नजर आए तो अधिकांश विद्यालयों में परीक्षा के पहले दिन ही बेसिक शिक्षा विभाग प्रश्नपत्रों को पहुंचाने में नाकाम रहा। कक्षा एक से आठ तक की परीक्षाएं 18 मार्च से शुरू हो चुकी हैं और 24 मार्च तक चलेंगी।
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