शिक्षक काफी समय से कर रहे हैं होली से पहले वेतन की मांग
जनपद के छह हजार प्राइमरी शिक्षकों को होली से पहले वेतन नहीं मिल सकेगा। बीईओ ने आयकर कटौती की जानकारी न देकर होली फीकी करा दी है। जनपद में करीब छह हजार प्राइमरी शिक्षक हैं। इनके वेतन पर हर माह करीब 20 करोड़ रुपये खर्च होते हैं। शिक्षक काफी रोजे से होली से पहले वेतन दिए जाने की मांग कर रहे हैं। इसके लिए कई बार ज्ञापन भी दिया जा चुका है। इस पर लेखाधिकारी श्यामलाल जायसवाल ने समस्त खंड शिक्षाधिकारियों को लिखा था। उन्होंने 25 फरवरी तक आरयकर कटौती का विवरण मांगा था। फरवरी माह के वेतन से शिक्षकों की आयकर कटौती भी की जानी है, लेकिन आयकर गणना प्रपत्र अब तक नहीं दिए गए हैं, जिसके कारण शिक्षकों का वेतन बिल तैयार नहीं हो सका। विभाग को सिर्फ मिलक से ही प्रपत्र प्राप्त हुए हैं, जबकि नगर, चमरौआ, शाहबाद, सैदनगर, स्वार और बिलासपुर से आयकर गणना प्रपत्र नहीं दिए गए। लेखाधिकारी श्यामलाल जायसवाल ने बताया कि आयकर प्रपत्रों की जांच को एक सप्ताह का समय चाहिए। समय से डिटेल नहीं दी गई।
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