सरायइनात थानाक्षेत्र के कुवाडीह गांव स्थित कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालय स्थापना के बाद से एक अदद रास्ते के लिए तरस रहा है। ऐसे बच्चों और शिक्षकों को झाड़ियों से होकर निकलना पड़ता है। विभागीय अफसरों को इसकी जानकारी होने बाद भी विद्यालय का निर्माण करा दिया।वर्ष 2012 में कुवाडीह गांव में शिक्षा के अधार को मजबूती देने के लिए कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालय की स्थापना की गई। इस पर इलाकाई ग्रामीणों में खुशी का माहौल रहा। लेकिन विद्यालय के लिए रास्ते नहीं होने की वजह से इनकी खुशियों को ग्रहण लग गया। स्कूल का उदघाटन हुआ। इसके बाद बच्चों का प्रवेश भी लिया गया और शिक्षकों की तैनाती हुई। लेकिन इलाहाबाद-वाराणसी राजमार्ग से सौ मीटर दूरी पर स्थित स्कूल तक पहुंचने के लिए रास्ते की कोई व्यवस्था नहीं की जा सकी। ऐसे में शिक्षकों, अभिभावकों, बच्चों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। ग्रामीणों का आरोप है कि कई बार रास्ता बनवाने की गुहार लगाई गई। लेकिन किसी ने पहल करने की जहमत नहीं उठाई।बारिश होने से होती है परेशानी: कुछ माह बाद बरसात का मौसम आने वाला है। ऐसे में आवागमन की परेशानी और बढ़ जायेगी। शिक्षकों ने ग्रामीणों ने मांग की शिकायत की पर मामला सिफर रहा।
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