डेली न्यूज़ नेटवर्कलखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की ओर से सरकारी दफ्तरों में पान-मसाला, गुटखा पर प्रतिबंध लगाए जाने और साफ-सफाई रखने के निर्देश के बाद इसका असर शुक्रवार को जगत नारायण रोड स्थित शिक्षा भवन में देखने को मिला। अमूमन, जहां डीआईओएस व बीएसए कार्यालय मेंं मकड़ी के जाले और पान-मसाल के दाग व गंदगी देखने को मिलती थी, वहां सुबह से ही कर्मचारी साफ-सफाई करते नजर आए। कोई दीवारों से पोस्टर तो कोई शौचालय साफ कर रहा था।शासन के निर्देश के बाद डीआईओएस उमेश त्रिपाठी ने कार्यालय में पान मसाला व गुटखा न खाने पर कर्मचारियों को आदेश जारी कर दिया। उन्होंने परीक्षा कार्यालय, सह जिला विद्यालय निरीक्षक कक्ष से लेकर पूरे दफ्तर का निरीक्षण किया। पत्रावलियों को व्यवस्थित ढंग से रखने के निर्देश दिए। वहीं, डीआईओएस कार्यालय के शौचालय व परिसर में जगह-जगह पान की पीक के निशान को मिटाया जा रहा था। अफसर से लेकर कर्मचारी भी पान-मसाला व गुटखा से परहेज करते नजर आए। एक अधिकारी तो बोले, अब मैं कार्यालय के बाहर जाकर ही पान खाऊंगा। दूसरी ओर, कर्मचारी भी अपने-अपने पटल की पत्रावलियों को दुरुस्त करने व साफ-सफाई करते रहे।...लेकिन यहां बनी रही गंदगीभले ही डीआईओएस कार्यालय में शौचालय व वाशवेसिंग के पास सफाई अभियान चलाया गया। लेकिन कार्यालय के अंदर कई लोहे की अलमारी के पीछे गंदगी नजर आई। यहां पान-मसाले की भारी गंदगी थी। कार्यालय के अंदर खिड़कियों में मकड़ी के जाले भरे हैं। वहीं, तार भी लटक रहे हैं।बीएसए कार्यालय की बदली सूरत‘योगी इफेक्ट’ बीएसए कार्यालय में भी देखने को मिला। यहां सफाई कर्मचारी दीवारों पर लगाए गए पोस्टर को साफ कर उसकी पुताई करते नजर आए। वहीं, जिन खिड़कियों के शीशे काफी समय से टूटे हुए थे, उसे भी बदला गया। कार्यालय के अंदर शौचालय के पास भी सफाई अभियान चलाया गया। बीएसए कार्यालय में आने-जाने वालों का विवरण भी रजिस्टर पर दर्ज करना शुरू कर दिया गया। शुक्रवार को दोपहर करीब दो बजे खबर फैल गई कि मुख्यमंत्री और शिक्षा मंत्री निरीक्षण करने आ रहे हैं, इसके बाद सफाई अभियान में और तेजी आ गई। हालांकि यह कोरी अफवाह रही।
बीएसए को कार्यालय की सफाई व्यवस्था सुधारने के लिए निर्देश दिए गए हैं। कार्यालय में सफाई व्यवस्था दुरुस्त रखना जरूरी है।महेंद्र सिंह राणा, एडी बेसिक लखनऊ
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