सरकार ने सभी बच्चों को शिक्षा प्रदान कराने के लिए हाउस होल्ड सर्वे शुरू कराया है। इसमें शिक्षक घर घर जाकर सभी बच्चों की सूची तैयार कर रहे हैं। इस कार्य के लिए उन्हें अवकाश नहीं दिया गया है। ऐसे में वह चिंता में हैं कि स्कूल में पहुंचकर बच्चों को पढ़ाएं या घर घर जाकर सर्वे करें।
सरकार गरीब बच्चों को शिक्षा प्रदान कराने के लिए सचेत दिखाई दे रही है। तीन से चौदह वर्ष तक के बच्चे शिक्षा से वंचित नहीं रहें इसके लिए सभी बच्चों को चिह्न्ति किया जा रहा है। श्रमिकों व सड़कों के किनारे झुग्गी झोंपड़ियों में रहने वाले बच्चों की भी सूची बनाई जा रही है। इस कार्य के लिए परिषदीय स्कूलों के शिक्षकों के साथ ही आंगनबाड़ी वर्कर व ग्राम शिक्षा समिति के सदस्यों को लगाया गया है। शिक्षक घर घर जाकर इस कार्य में लगे हुए हैं। यह कार्य पंद्रह मई तक पूरा करना है साथ ही प्रत्येक बच्चे का विवरण रजिस्टर में दर्ज करना है। विभागीय अधिकारी भी लगातार सर्वे कार्य का निरीक्षण करने में लगे हुए हैं। विभागीय अधिकारी सभी शिक्षकों को पहले ही निर्देश दे चुके हैं कि अगर स्कूल से नदारद मिले तो उनके खिलाफ कार्रवाई होगी। वहीं सर्वे कार्य समय से पूरा नहीं हुआ तो गाज गिरना तय है ऐसे में शिक्षक चिंता में हैं कि स्कूल में बैठकर बच्चों को पढ़ाएं या घर घर जाकर सर्वे कार्य को पूरा करें।’
पांच मई से घर घर जाकर शुरू हुआ है सर्वे तीन से चौदह वर्ष तक के बच्चों को किया जा रहा है चिह्न्ति शिक्षक आपस में समायोजन बनाकर ऐसी व्यवस्था करें कि पढ़ाई भी प्रभावित नहीं हो सके और सर्वे कार्य भी पूरा कर लिया जाए। ऐसा नहीं है कि शिक्षक स्कूल पर ताला ठोंककर सर्वे करने चले जाएं। स्कूल पर ताले लटके मिले तो कार्रवाई की जाएगी।डॉ. सत्यनारायण, बेसिक शिक्षा अधिकारी सम्भल।
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