शिक्षकों के प्रमाण-पत्रों की जांच शुरू, हड़कंप
जागरण संवाददाता, बुलंदशहर: आगरा व बनारस विवि से साल 2004-05 में परिषदीय स्कूलों में नौकरी पाने वाले शिक्षकों के प्रमाण-पत्रों की जांच शुरू हो गई है। पहले में चरण में डिबाई, पहासू, अनुपशहर व शिकारपुर ब्लाक में तैनात शिक्षकों के प्रमाण-पत्रों की जांच में कई शिक्षकों के प्रमाण-पत्र संदेह के दायरे में आए हैं। उनके प्रमाण-पत्र विभाग ने जांच के लिए संबंधित विवि को भेज दिए हैं।
कुछ माह पहले कई जिलों में शिक्षकों के फर्जी प्रमाण-पत्र का मामला प्रकाश में आया था। कई शिक्षकों के प्रमाण-पत्र फर्जी पाए गए थे। जो कि आगरा के डा. भीमराव अंबेडकर व बनारस के संपूर्णानंद विश्वविद्यालय से बीएड करने वाले थे। इस बात का संज्ञान लेते हुए बेसिक शिक्षा विभाग ने जिले के परिषदीय स्कूलों में तैनात शिक्षकों के प्रमाण-पत्रों की जांच कराने का मन बना लिया। बीएसए डा. अजीत कुमार ने बताया कि इसके चलते पहले चरण में डिबाई, पहासू, अनुपशहर व शिकारपुर ब्लाक में तैनात शिक्षकों के प्रमाण-पत्र चेक किए हैं। इनमें से कई ऐसे शिक्षक हैं, जो आगरा विश्वविद्यालय से बीएड करके नौकरी पाए हैं। जबकि बनारस विश्वविद्यालय से एक भी मामला सामने नहीं आया है। संदेह के दायरे में आए शिक्षकों के प्रमाण-पत्र आगरा विश्वविद्यालय को भेज दिए हैं। अन्य खंड शिक्षाधिकारियों को तीन दिन में प्रमाण-पत्र जांच करने के आदेश दिए हैं।
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