साल भर की मेहनत, एक मिनट में जांचेंगे परीक्षक
यूपी बोर्ड परीक्षा की कॉपियों के मूल्यांकन से पहले माध्यमिक शिक्षा परिषद की बड़ी लापरवाही सामने आई है। एक ओर उत्तर पुस्तिकाओं के मूल्यांकन के लिए शिक्षक ढूंढ़े नहीं मिल रहे, वही दूसरी ओर विभाग द्वारा विज्ञान व गणित के परीक्षकों से कला विषय की कॉपियां जंचवाने के निर्देश जारी कर दिए गए। 1मामला मूल्यांकन से ठीक एक दिन पूर्व सामने आया। चारबाग जेल रोड स्थित रेलवे हायर सेकेंडरी स्कूल में मूल्यांकन के लिए शिक्षकों की ड्यूटी लगाई गई है। यहां शिक्षक जसराज गुप्ता को अंग्रेजी की कॉपियों का मूल्यांकन करने की जिम्मेदारी सौंप दी गई है, जबकि वह सामाजिक विषय के शिक्षक है। इसी तरह संस्कृत के शिक्षक मैकूलाल से चित्रकला व कॉमर्स के शिक्षक शरद कुमार वर्मा से अंग्रेजी की कॉपी जांचने को कहा गया गए हैं। विभाग की लापरवाही का इससे बड़ा उदाहरण और क्या होगा कि विज्ञान व गणित के शिक्षक चंद्रजीत प्रसाद से चित्रकला की कॉपियां जंचवाई जाएगी। अगर ऐसा हुआ तो परीक्षार्थी की कॉपियों के मूल्यांकन स्तर क्या होगा।
मूल्यांकन के लिए प्रदेश के 247 केंद्रों पर एक लाख 46 हजार 275 परीक्षक लगाए गए1प्रदेश में एक लाख 46 हजार 275 परीक्षक लगाए गए हैं और तय केंद्रों पर अधिकांश कॉपियां पहुंचने का दावा किया गया है। प्रदेश भर के 247 केंद्रों पर हाईस्कूल के लिए 82123 व इंटर के लिए 64152 परीक्षक लगाए गए हैं, जो हाईस्कूल की दो करोड़ 17 लाख सात हजार 879 और इंटर की दो करोड़ 90 लाख 84 हजार 556 समेत कुल पांच करोड़ सात लाख 92 हजार 435 कॉपियां जांचेंगे। सभी मूल्यांकन केंद्रों पर सीसीटीवी कैमरे पहले से लगे हैं। साथ ही पहली बार अनुपस्थित परीक्षकों की ऑनलाइन निगरानी भी हो रही है।
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