घूस लेने में गिरफ्तार शिक्षा निदेशालय का प्रधान सहायक निलंबित
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प्रयागराज : सहायक अध्यापक को निलंबन अवधि का वेतन दिलाने के नाम पर घूस लेते पकड़े गए माध्यमिक शिक्षा निदेशालय के प्रधान सहायक अनिल कुमार को अपर शिक्षा निदेशक माध्यमिक ने सोमवार को निलंबित कर दिया। आरोपित को सतर्कता अधिष्ठान (विजिलेंस) की प्रयागराज यूनिट ने दो सितंबर को निदेशालय गेट के निकट से रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ गिरफ्तार किया था। उसके पास से रिश्वत के नाम पर लिए गए 30 हजार रुपये बरामद हुए थे।
मीरजापुर जिले के कछवा स्थित गांधी इंटर कालेज के सहायक अध्यापक को विभागीय कार्रवाई के चलते निलंबित कर दिया था। 19 जनवरी 2018 से 31 अक्टूबर 2018 तक निलंबित रहने के दौरान जो वेतन मिलना था, वह नहीं मिला। बहाल होने के बाद वेतन के रुके करीब तीन लाख रुपये पाने के प्रयास किए, लेकिन सफल नहीं हुए। तीन साल से इस भुगतान के लिए परेशान थे। ऐसे में भुगतान कराने के लिए शिक्षा निदेशालय के प्रधान सहायक अनिल कुमार ने तीन लाख रुपये की दस फीसद राशि यानी 30 हजार रुपये रिश्वत की मांग की।
शिक्षक ने शिकायत एसपी विजिलेंस से की। टीम ने जांच पड़ताल के बाद आरोपित को रंगे हाथ पकड़ लिया। इस आधार पर माध्यमिक शिक्षा निदेशक डा.महेंद्र देव ने प्रथम दृष्टया दोषी पाए जाने पर प्रधान सहायक नियुक्ति (प्रवक्ता) अनुभाग के खिलाफ निलंबन की कार्रवाई करते हुए शिक्षा प्रबंध अनुभाग से संबद्ध कर दिया। फिलहाल, उसे वाराणसी स्थित एंटी करप्शन कोर्ट में पेश करने के बाद जेल भेज दिया गया।
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शिक्षा निदेशालय का बाबू 30 हजार घूस लेते गिरफ्तार, शिक्षक के निलंबन अवधि के वेतन दिलाने के लिए मांगी थी रिश्वत
प्रयागराज : शिक्षा निदेशालय के प्रधान सहायक अनिल कुमार को पुलिस की सतर्कता अधिष्ठान (विजिलेंस) की प्रयागराज यूनिट ने गुरुवार दोपहर यहां 30 हजार रुपये घूस लेते हुए रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया। उसके खिलाफ सिविल लाइंस थाने में भ्रष्टाचार का मुकदमा दर्ज कराया गया है। अभियुक्त ने मीरजापुर के एक सहायक अध्यापक को निलंबन अवधि का वेतन दिलाने के लिए यह रिश्वत मांगी थी। पकड़ा गया आरोपित कीडगंज का निवासी है।
एसपी विजिलेंस अभिषेक महाजन ने बताया कि मीरजापुर जिले के कछवा स्थित गांधी इंटर कालेज में तैनात सहायक अध्यापक को विभागीय कार्रवाई के चलते निलंबित किया गया था। वह 19 जनवरी 2018 से 31 अक्टूबर 2018 तक निलंबित रहा। फिर वह बहाल हो गया, मगर निलंबन अवधि के दौरान उसे जो वेतन मिलना था, वह नहीं मिला। यह रकम करीब तीन लाख रुपये है। इसके लिए वह पिछले तीन साल से परेशान था। शिक्षा निदेशालय के प्रधान सहायक ने अनिल कुमार ने सहायक अध्यापक से तीन लाख रुपये का 10 फीसद बतौर रिश्वत मांगी। परेशान सहायक अध्यापक ने मामले की शिकायत प्रयागराज विजिलेंस टीम से की। विजिलेंस इंस्पेक्टर ने गोपनीय जांच में शिकायत सही पाई, इसके बाद प्रधान सहायक की गिरफ्तारी की रणनीति बनाई गई। गुरुवार दोपहर जब अनिल कुमार उक्त सहायक अध्यापक से 30 हजार रुपये घूस ले रहा था, तभी विजिलेंस टीम ने उसे कार्यालय गेट के निकट रंगे हाथ दबोच लिया।
उसके पास से 30 हजार रुपये बरामद हुए। पूछताछ के बाद विजिलेंस इंस्पेक्टर ने सिविल लाइंस थाने में मुकदमा दर्ज कराया। शुक्रवार को अभियुक्त को वाराणसी स्थित एंटी करप्शन कोर्ट में पेश किया जाएगा।
आरोपित प्रधान सहायक अनिल कुमार ’ साभार : विजिलेंस टीम
’>>विजिलेंस ने रंगे हाथ पकड़ा 30 हजार रुपये बरामद
’>>निलंबन के वक्त का वेतन दिलाने को मांगी थी रिश्वत
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