शताब्दी वर्ष मनाएगा यूपी बोर्ड, गाएगा उपलब्धियों का गौरव गान
शताब्दी समारोहः यूपी बोर्ड ने मांगी उत्कृष्ट पुरा छात्रों की सूची
'सितारों' को खोज रहा यूपी बोर्ड , मनाया जाएगा यह दिवस
प्रयागराजः उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद ( यूपी बोर्ड) एक्ट 1921 में बना था और इस तरह इस वर्ष यूपी बोर्ड के 100 वर्ष हो रहे हैं। इस खास वर्ष को यूपी बोर्ड शताब्दी वर्ष के रूप में मनाने की तैयारी में है। यूपी बोर्ड सचिव ने जिला विद्यालय निरीक्षकों से अपने बोर्ड से पढ़े ऐसे पुरा छात्रों का विवरण जुटाने को कहा है, जिन्होंने देश व प्रदेश की ख्याति में कुछ योगदान किया है। जिला विद्यालय निरीक्षक अपने-अपने जिलों में ऐसे सितारों की सूची तैयार कर रहे हैं। यूपी बोर्ड के खाते में बड़ी उपलब्धि यह है कि राष्ट्रपति राम नाथ कोविन्द इसी बोर्ड से पढ़े हैं।
शताब्दी वर्ष में समारोह के आयोजन को लेकर अभी तिथि स्पष्ट नहीं है, लेकिन बोर्ड मुख्यालय के स्तर पर तैयारियां शुरू कर दी गई हैं। इसके लिए जिला विद्यालय निरीक्षकों के साथ बैठक की जा चुकी है। बोर्ड अपने करीब चार सौ 'सितारों की सूची बना रहा है।
प्रयागराज: माध्यमिक शिक्षा परिषद (यूपी बोर्ड) अपने शताब्दी वर्ष में प्रवेश कर गया है। इस मौके पर यूपी बोर्ड की ओर से शताब्दी समारोह का आयोजन किया जाएगा। इसकी तैयारियां जोरों से चल रही हैं। हालांकि अभी तिथि का निर्धारण नहीं हुआ है।
यूपी बोर्ड के सचिव डॉ. दिव्यकांत शुक्ला ने सभी जिला विद्यालय निरीक्षकों को पत्र लिखकर स्कूलों से यूपी बोर्ड के उत्कृष्ट पुरा छात्रों के बारे में जानकारी मांगी है। ऐसे पुरा छात्र, जिन्होंने यूपी बोर्ड से पढ़कर देश विदेश में अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाया हो। ऐसे पुरा छात्रों के बारे में जानकारी जुटा कर समारोह में आमंत्रित किया जाएगा। शताब्दी समारोह के आयोजन कि तैयारियां कई महीना पहले से चल रही हैं। अब तक समारोह की तिथि घोषित हो चुकी होती
प्रयागराज : माध्यमिक शिक्षा परिषद (यूपी बोर्ड) शताब्दी वर्ष मनाने की तैयारी में है। इसमें सफलता के शिखर पर सुशोभित पुरा छात्रों के माध्यम से बोर्ड अपनी उपलब्धियों का यशोगान करेगा।
आयोजन को लेकर अभी तिथि तय नहीं हुई है, लेकिन बोर्ड में तैयारियां जोर-शोर से शुरू कर दी गई हैं। जिला विद्यालय निरीक्षकों से ऐसे पुरा छात्रों का विवरण जुटाया जा रहा है, जिन्होंने किसी भी क्षेत्र में देश व प्रदेश के लिए उल्लेखनीय योगदान किया हो।
माध्यमिक शिक्षा परिषद एक अप्रैल 1922 से लागू जरूर हुआ, लेकिन इसका एक्ट 2021 में बना। इस तरह 2021 में यूपी बोर्ड के सौ वर्ष पूरे हो रहे हैं। परिषद इसे यादगार बनाने की तैयारी में है। तिथि अभी स्पष्ट नहीं है।
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