यूपी बोर्ड की आगामी हाईस्कूल और इंटर की परीक्षाओं के लिए शहर 147 स्कूलों में 149 केंद्र बनाए गए हैं। स्कूलों को सीसीटीवी कैमरा लगाकर उसकी फोटो साक्ष्य के रूप में भेजने के निर्देश दिए गए थे लेकिन अब तक 10 प्रतिशत स्कूलों ने ही कैमरे लगाकर रिपोर्ट भेजी है। इस पर सोमवार को डीआईओएस उमेश त्रिपाठी ने नाराजगी जताते हुए स्कूलों को नोटिस जारी किया है। सभी स्कूलों को निर्देश दिया गया है कि वे जल्द से जल्द कैमरे लगवाकर रिपोर्ट भेजें। ऐसा न करने वाले स्कूलों मान्यता निरस्त करने करने के लिए कार्रवाई के लिए बोर्ड को लिखा जाएगा।
डीआईओएस ने बताया कि जितने भी स्कूल विभाग के निर्देशों को नहीं मान रहे है उनका डेटा तैयार किया जाएगा। अगली बार उन सभी को निर्देशों का उल्लंघन करने के कारण परीक्षा केंद्र की सूची से बाहर कर दिया जाएगा। डीआईओएस ने बताया कि स्कूलों को कैमरा लगाकर 20 दिसंबर रिपोर्ट भेजने का आदेश दिया गया था। इसके बावजूद स्कूलों ने कैमरे नहीं लगाए। इसके बाद डीआईओएस ने स्कूलों को 5 जनवरी तक की मोहलत दी। उसके बावजूद सोमवार तक करीब 15 स्कूलों ने भी कैमरे लगवाए हैं। ऐसे में डीआईओएस ने दोबारा से सभी स्कूलों को नोटिस जारी किया है। न लगाए जाने पर स्कूलों की मान्यता समाप्ति की चेतावनी दी है।
परीक्षा केंद्रों को सीसीटीवी कैमरे के अलावा परीक्षा कक्षों में स्टूडेंट्स की संख्या के अनुसार फर्नीचर की सुविधा सुनिश्चित करें। साथ ही पीने के पानी, जनरेटर, लाइट और शौचालय की पर्याप्त सुविधा बनाने के निर्देश दिए गए हैं। डीआईओएस ने निर्देश दिया है कि परीक्षा में अगर कोई भी लापरवाही होगी तो उसके जिम्मेदार प्रिंसिपल और प्रबंधक होंगे।
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