कक्षा आठ पास करने के बाद कक्षा नौ में प्रवेश के लिए छात्र-छात्रओं को इधर-उधर भटकना नहीं पड़ेगा और न ही विद्यालय दूर होने के चिंता सताएगी। दूर-दराज के छात्र-छात्रओं की परेशानी को देखते हुए शासन ने तीन वर्ष पहले के प्रस्ताव को हरी झंडी दे दी है। जिसके अंतर्गत विभिन्न विकास क्षेत्रों के दस उच्च प्राथमिक विद्यालयों को उच्चीकृत किया जा रहा है। जिसके परिसर में राजकीय हाईस्कूलों का भवन निर्माण कराया जाएगा। वर्तमान सत्र में एक जुलाई से छात्र-छात्रओं के प्रवेश लेने के बाद उच्च प्राथमिक विद्यालयों के ही कक्षों में कक्षाएं संचालित होंगी।1तीन वर्ष पहले नए दस राजकीय हाईस्कूल का प्रस्ताव शासन को भेजा गया। जिसपर शासन ने मुहर लगा दी है। जल्द ही बजट जारी होने के बाद उच्च प्राथमिक विद्यालयों के परिसर में भवन का निर्माण शुरू कराया जाएगा। इससे पहले ही जुलाई महीने से छात्र-छात्रओं के प्रवेश शुरू हो जाएगा। राजकीय हाईस्कूल के भवन निर्माण का कार्य पूरा होने तक उच्च प्राथमिक विद्यालय के ही किसी कक्षा में कक्षा नौ की कक्षाओं को संचालन कराया जाएगा।आरएमएसए के अंतर्गत उच्च प्राथमिक विद्यालयों में कक्षा नौ के लिए जुलाई से प्रवेश लिया जाएगा। इन दस राजकीय हाईस्कूलों को मिलाकर जिले में कुछ 21 राजकीय हाईस्कूल हो जाएंगे।बीईओ से मांगी गई जमीन की सूचना : विद्यालयों का प्रस्ताव पास होने के बाद सात विकास क्षेत्रों के खंड शिक्षा अधिकारियों से विद्यालयों के जमीन का डाटा मांगा गया है, जो सप्ताह भर में बीएसए को देकर डीआइओएस को मुहैया कराई जाएगी। विद्यालयों के पास पर्याप्त जमीन न होने की स्थिति में ग्राम सभा की जमीन पर राजकीय हाईस्कूल का निर्माण कराया जाएगा। ग्राम पंचायत सदस्य व ग्राम प्रधान के प्रस्ताव पास करने पर ही यहां विद्यालय का भवन बनाया जाएगा।1मिलेंगे 58.12 लाख रुपये : प्रत्येक राजकीय हाईस्कूल के निर्माण के लिए 58 लाख 12 हजार रुपये निर्धारित हैं। जिसमें दो कक्ष, एक पोर्च, प्रधानाध्यापक, स्टाफ कक्ष, शौचालय आदि बनाया जाएगा।
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