DISTRICT WISE NEWS

अंबेडकरनगर अमरोहा अमेठी अलीगढ़ आगरा इटावा इलाहाबाद उन्नाव एटा औरैया कन्नौज कानपुर कानपुर देहात कानपुर नगर कासगंज कुशीनगर कौशांबी कौशाम्बी गाजियाबाद गाजीपुर गोंडा गोण्डा गोरखपुर गौतमबुद्ध नगर गौतमबुद्धनगर चंदौली चन्दौली चित्रकूट जालौन जौनपुर ज्योतिबा फुले नगर झाँसी झांसी देवरिया पीलीभीत फतेहपुर फर्रुखाबाद फिरोजाबाद फैजाबाद बदायूं बरेली बलरामपुर बलिया बस्ती बहराइच बाँदा बांदा बागपत बाराबंकी बिजनौर बुलंदशहर बुलन्दशहर भदोही मऊ मथुरा महराजगंज महोबा मिर्जापुर मीरजापुर मुजफ्फरनगर मुरादाबाद मेरठ मैनपुरी रामपुर रायबरेली लखनऊ लखीमपुर खीरी ललितपुर लख़नऊ वाराणसी शामली शाहजहाँपुर श्रावस्ती संतकबीरनगर संभल सहारनपुर सिद्धार्थनगर सीतापुर सुलतानपुर सुल्तानपुर सोनभद्र हमीरपुर हरदोई हाथरस हापुड़

Wednesday, September 3, 2025

बायोमीट्रिक हाजिरी अनिवार्य हुई तो कई प्राइवेट कॉलेजों की खुल जाएगी पोल, कई स्ववित्त पोषित कॉलेजों में प्रवेश के बाद सीधे परीक्षा के वक्त नजर आते हैं विद्यार्थी

बायोमीट्रिक हाजिरी अनिवार्य हुई तो कई प्राइवेट कॉलेजों की खुल जाएगी पोल, कई स्ववित्त पोषित कॉलेजों में प्रवेश के बाद सीधे परीक्षा के वक्त नजर आते हैं विद्यार्थी



प्रयागराज। प्रो. राजेंद्र सिंह (रज्जू भय्या) राज्य विश्वविद्यालय से संबद्ध कॉलेजों में सामूहिक नकल रोकने के लिए कुलाधिपति आनंदी बेन पटेल ने विश्वविद्यालयों व महाविद्यालयों में विद्यार्थियों की 75 फीसदी उपस्थिति सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं। साथ ही स्पष्ट किया गया है कि इससे कम उपस्थिति होने पर परीक्षा फार्म भरने और परीक्षा में बैठने की अनुमति नहीं दी जाएगी।


कॉलेजों में सीसीटीवी कैमरे लगवाने के निर्देश दिए गए हैं। कहा गया है कि यदि उपस्थिति बायोमीट्रिक प्रणाली से उपलब्ध हो तो बेहतर होगा। अगर महाविद्यालयों में बायोमीट्रिक हाजिरी की व्यवस्था हो जाती है तो ऐसे कॉलेजों की पोल खुल जाएगी जहां काफी संख्या में विद्यार्थी पंजीकृत हैं लेकिन उनकी उपस्थिति सिर्फ परीक्षा के समय नजर आती है।


प्रयागराज, फतेहपुर, प्रतापगढ़ और कौशाम्बी में राज्य विवि से संबद्ध 739 महाविद्यालय हैं। इनमें 28 महाविद्यालय राजकीय व एडेड हैं और बाकी 711 महाविद्यालय स्ववित्त पोषित हैं। राज्य विवि के सूत्रों का कहना है कि केवल 20 फीसदी कॉलेज ऐसे हैं, जहां 75 फीसदी उपस्थित का मानक पूरा हो रहा है। 80 फीसदी महाविद्यालयों में इसे सुनिश्चित करने की जरूरत है। ऐसे कॉलेजों में विद्यार्थियों की 75 फीसदी उपस्थिति सिर्फ कागजों में दर्ज होती है। कई स्ववित्त पोषित कॉलेजों में प्रवेश के बाद विद्यार्थी सीधे परीक्षा के वक्त नजर आते हैं। राज्यपाल के दिशा-निर्देश के बाद राज्य विवि के कुलपति प्रो. अखिलेश कुमार सिंह ने ऐसे कॉलेजों में 75 फीसदी उपस्थिति सुनिश्चित कराने के लिए टीम गठित की गई है। टीम ने कॉलेजों का निरीक्षण भी शुरू कर दिया है।

वहीं, जानकारों का मानना है कि महाविद्यालयों में जब तक बायोमीट्रिक हाजिरी की व्यवस्था अनिवार्य नहीं की जाती, तब तक सुधार नहीं होगा। विश्वविद्यालय की ओर से कॉलेजों में विद्यार्थियों को बायोमीट्रिक हाजिरी सुनिश्चित करने के लिए कोई दिशा निर्देश जारी नहीं किए गए हैं।

उच्च शिक्षा निदेशालय ने भी इस बारे में कोई निर्देश नहीं दिए हैं। उच्च शिक्षा निदेशक डॉ. अमित भारद्वाज का कहना है कि स्ववित्त पोषित कॉलेजों पर निदेशालय का कोई नियंत्रण नहीं है। बायोमीट्रिक उपस्थित पर निर्णय राज्य विवि ही ले सकता है।

No comments:
Write comments