कमिश्नर ने किया गोद लिए गांव लोधा का निरीक्षण
स्कूल में बच्चों की संख्या कम मिलने पर बीएसए को दी नसीहत
लोधा: कमिश्नर सुभाष चंद्र शर्मा ने गोद लिए गांव लोधा का औचक निरीक्षण किया। प्राथमिक और जूनियर स्कूल में बच्चों की संख्या कम मिलने पर उन्होंने बीसीए और एबीएसए को निरीक्षण करने की नसीहत दी। आंगनबाड़ी केंद्र पर ताला मिलने पर भी नाराजगी व्यक्त की। बच्चों के खाने में ब्रांडेड मसाले का प्रयोग करने के निर्देश दिए। गुरुवार को कमिश्नर सुभाष चंद्र शर्मा दोपहर के समय लोधा गांव पहुंचे। सबसे पहले जूनियर एवं प्राइमरी स्कूल में निरीक्षण किया। आंगनबाड़ी स्कूल के बच्चे भी वहीं मिले। स्कूल में 107 बच्चों में से कुल 48 बच्चे मौके पर पाए गए, जिनमें नौ कुपोषित बच्चों की हालत में सुधार है। कमिश्नर ने मसाले चेक किए, जिसमें हल्दी को पानी में घोलकर देखा तो मसालों को गलत और नकली बताया। कहा कि स्कूल में ब्रांडेड मसाले ही उपयोग किए जाएं। सफाई व्यवस्था पर भी असंतोष जताया। प्रधान ने उन्हें सफाई व्यवस्था शीघ्र दुरुस्त कराने का भरोसा दिया। कमिश्नर पशु अस्पताल पहुंचे। यहां चटकीं दीवारें व छत पर घास देख नाराजगी व्यक्त की। पशुधन प्रसार अधिकारी चेतन्यराज सिंह से दवाएं आदि के बारे में पूछताछ की। बताया कि दवाएं नहीं हैं, बाहर से दवाएं मंगाई जाती हैं। कमिश्नर ने हिदायत दी कि दीवारों को ठीक कराकर अस्पताल के नाम से एक बोर्ड लगाया जाय। दवाओं को मंगवाकर रखा जाए, जिससे पशु मालिकों को भटकना न पड़े। कमिश्नर के साथ एसडीएम पंकज वर्मा, सीडीपीओ राजकांता शर्मा, सीएमओ रवेंद्र गोयल, आशीष शुक्ला, नायब तहसीलदार विभा श्रीवास्तव आदि लोग मौजूद रहे।
स्कूल में बच्चों की संख्या कम मिलने पर बीएसए को दी नसीहत
लोधा: कमिश्नर सुभाष चंद्र शर्मा ने गोद लिए गांव लोधा का औचक निरीक्षण किया। प्राथमिक और जूनियर स्कूल में बच्चों की संख्या कम मिलने पर उन्होंने बीसीए और एबीएसए को निरीक्षण करने की नसीहत दी। आंगनबाड़ी केंद्र पर ताला मिलने पर भी नाराजगी व्यक्त की। बच्चों के खाने में ब्रांडेड मसाले का प्रयोग करने के निर्देश दिए। गुरुवार को कमिश्नर सुभाष चंद्र शर्मा दोपहर के समय लोधा गांव पहुंचे। सबसे पहले जूनियर एवं प्राइमरी स्कूल में निरीक्षण किया। आंगनबाड़ी स्कूल के बच्चे भी वहीं मिले। स्कूल में 107 बच्चों में से कुल 48 बच्चे मौके पर पाए गए, जिनमें नौ कुपोषित बच्चों की हालत में सुधार है। कमिश्नर ने मसाले चेक किए, जिसमें हल्दी को पानी में घोलकर देखा तो मसालों को गलत और नकली बताया। कहा कि स्कूल में ब्रांडेड मसाले ही उपयोग किए जाएं। सफाई व्यवस्था पर भी असंतोष जताया। प्रधान ने उन्हें सफाई व्यवस्था शीघ्र दुरुस्त कराने का भरोसा दिया। कमिश्नर पशु अस्पताल पहुंचे। यहां चटकीं दीवारें व छत पर घास देख नाराजगी व्यक्त की। पशुधन प्रसार अधिकारी चेतन्यराज सिंह से दवाएं आदि के बारे में पूछताछ की। बताया कि दवाएं नहीं हैं, बाहर से दवाएं मंगाई जाती हैं। कमिश्नर ने हिदायत दी कि दीवारों को ठीक कराकर अस्पताल के नाम से एक बोर्ड लगाया जाय। दवाओं को मंगवाकर रखा जाए, जिससे पशु मालिकों को भटकना न पड़े। कमिश्नर के साथ एसडीएम पंकज वर्मा, सीडीपीओ राजकांता शर्मा, सीएमओ रवेंद्र गोयल, आशीष शुक्ला, नायब तहसीलदार विभा श्रीवास्तव आदि लोग मौजूद रहे।
No comments:
Write comments