आर - पार की लड़ाई लड़ेंगे शिक्षणेत्तर कर्मचारी, भूख हड़ताल पर है शिक्षणेत्तर कर्मचारी, सरकार पर लगाया वादा खिलाफी का आरोप।
योग्यतानुसार पदोन्नति की मांग को लेकर भूख हड़ताल पर बैठे मृतक आश्रित शिक्षणोत्तर कर्मचारियों की हालत लगातार बिगड़ती जा रही है। शनिवार को पंद्रह लोग एंबुलेंस से अस्पताल पहुंचे। इनमें गंभीर पांच लोगों को अस्पताल में भर्ती कराया लिया गया, जबकि शेष ग्लूकोज चढ़वाने के बाद वापस धरना स्थल लौट गए। उत्तर प्रदेशीय प्राथमिक मृतक आश्रित शिक्षणोत्तर कर्मचारी संघ के आह्वान पर विभिन्न जिलों से आए प्रदर्शनकारियों ने सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल रखा है। लक्ष्मण मेला स्थल में भूख हड़ताल पर बैठे प्रदर्शनकारियों ने तीसरे दिन भी नारेबाजी कर कड़ा विरोध जताया।
संघ के प्रदेश अध्यक्ष जुबेर अहमद ने जिला प्रशासन पर उपेक्षा का आरोप लगाते हुए कहा कि धरना स्थल पर प्रदर्शनकारियों को कोई सुविधा नहीं है। भूख हड़ताल पर बैठे प्रदर्शनकारियों की हालत बिगड़ने के बाद एंबुलेंस बुलानी पड़ती है। काफी देर इंतजार के बाद एंबुलेंस आने पर प्रदर्शनकारियों को अस्पताल पहुंचाया गया। प्रदेश महामंत्री विनोद यादव ने शिक्षक पाल्य मृतक आश्रित कर्मचारियों की उपेक्षा का आरोप लगाते हुए कहा कि जून 2016 को जारी आदेश लागू न होने से कर्मचारियों में आक्रोश है। प्रदेश सचिव पंकज वाजपेयी ने योग्यतानुसार पदोन्नति का शासनादेश जारी होने तक संघर्ष रखने का एलान किया। धरने में कोषाध्यक्ष हर्षित अरोड़ा व अभिषेक श्रीवास्तव सहित कई लोग उपस्थित रहे।
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