सर्व शिक्षा अभियान के तहत भवन निर्माण पर सालाना लाखों रुपये खर्च के बावजूद ग्राम औरंगपुर बसंता उर्फ कांठपुरा में जर्जर भवन के बराबर ज्ञान की पाठशाला चल रही है। कई बार ग्राम प्रधान एवं विद्यालय के प्रधानाध्यापक प्रशासनिक एवं शिक्षा विभाग के अफसरों से कर चुके हैं, लेकिन अभी तक यह मामला ठंडे बस्ते में पड़ा हुआ है। शायद इन अफसरों को किसी हादसे का इंतजार है। शिक्षा विभाग हर साल सर्व शिक्षा अभियान के तहत विद्यालय भवन निर्माण एवं मरम्मत पर लाखों रुपए खर्च करता है, लेकिन इतना सबकुछ होने के बावजूद क्षेत्र के कई स्कूल भवनों की हालत जर्जर है। इसका खुलासा पिछले दिनों कस्बा जलालाबाद के परिषदीय विद्यालय की छत की ईंट एवं प्लास्टर गिरने के बाद हुई जांच में हुआ था। महकमे के अफसरों ने आनन-फानन में क्षतिग्रस्त स्कूलों की सूची तैयार कराई गई, तो पता चला कि शहरी क्षेत्र में एक-एक भवन में कई-कई स्कूल संचालित हैं। वहीं ग्राम औरंगपुर बसंता का विद्यालय भवन क्षतिग्रस्त होने का तथ्य उजागर हुआ था। सूत्रों का कहना है कि विद्यालय में अध्यनरत करीब 109 बच्चों को नई बिलिं्डग में पढ़ाने की व्यवस्था की गई है, लेकिन उक्त पुराने भवन के बराबर से निकलते वक्त हादसे की आशंका बनी रहती है। ग्राम प्रधान ऋषिपाल सिंह और विद्यालय के प्रधानाध्यापक दिलदार अहमद ने कई बार प्रशासनिक एवं शिक्षा विभाग के अफसरों को लिखित सूचना भी दी, लेकिन कोई सुनवाई नहीं की गई। शायद इन अफसरों को किसी हादसे का इंतजार है। उधर इस सम्बन्ध में खंड शिक्षा अधिकारी ईश्कलाल का कहना है कि उक्त स्कूल की रिपोर्ट बीएसए को भेज दी गई है। बजट मंजूर होने के बाद स्कूल की मरम्मत हो पाएगी।
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