सम्भल : अधिकांश स्कूलों में रोशनी मतदान के समय ही होती है। मतदान केंद्र बनने वाले अधिकांश स्कूल ऐसे हैं, जहां वर्ष 2014 में हुए लोकसभा चुनाव में बिजली के कनेक्शन दिये गये थे। चुनाव बीतने के बाद बिल भुगतान नहीं करने व अन्य कारणों से कनेक्शन काट दिये गये। वहीं कई स्कूलों की बिजली की लाइनें चोरों द्वारा काट लिये जाने से स्कूलों को बिजली नहीं मिल पा रही है।
कवायद
परिषदीय स्कूलों के अंधेरे कमरों को सालों से रोशनी का इंतजार है। बिजली कनेक्शन के लिए शिक्षकों ने चिठ्ठियां लिखीं। जिस पर प्रशासन से लेकर शासन तक ने चिंता जताई, लेकिन स्कूल के कमरे बिजली से रोशन न हो सके। सरकार के निष्प्रभावी और चुनाव आयोग के प्रभावी होने पर जिले के 365 स्कूलों में बिजली पहुंचेगी। मतदान केंद्र बनने वाले स्कूलों में बिजली कनेक्शन के लिए 25 लाख रुपये से अधिक का बजट आया है।
इससे स्कूलों को कनेक्शन दिए जाएंगे। जिले के अधिकांश परिषदीय स्कूलों में बिजली कनेक्शन नहीं हैं। स्कूल में बच्चों को गर्मी में बगैर पंखे के व ठंड व बरसात के मौसम में अंधेरे कमरों में बैठकर पढ़ाई करनी पड़ती है। हालांकि सर्व शिक्षा अभियान के तहत हर साल स्कूलों की पुताई और रखरखाव के लिए मोटा बजट आता है। इसके बाद भी स्कूलों की स्थति नहीं सुधरी है। ग्रामीण क्षेत्र के अधिकांश स्कूलों में कहीं शौचालय टूटे पड़े हैं तो कहीं कमरों के गेट व खिड़कियां टूटी हैं। यह बात अलग है कि हर साल बिना बिजली कनेक्शन वाले स्कूलों की संख्या शासन द्वारा मांगी जाती है लेकिन होता कुछ भी नहीं है। इस समय जब प्रदेश में आचार संहिता लागू कर दी गई है और चुनावी बिगुल बज चुका है। तो जिले के 365 स्कूलों में रोशनी का रास्ता भी साफ हो गया है। जिन स्कूलों को मतदान केंद्र बनाया जा रहा है उन 365 स्कूलों के लिए 25,53,175 रुपये का बजट जिले को प्राप्त हुआ है। इससे स्कूलों में विद्युतीकरण कराया जायेगा।
6,995 रुपये प्रति स्कूल के हिसाब से मिला बजट
सम्भल जिले के स्कूलों को दिये जाएंगे बिजली कनेक्शनमतदान केंद्र बनने वाले जिले के 365 स्कूलों में बिजली कनेक्शन देने के लिए 6995 रुपये प्रति स्कूल के हिसाब से बजट आया है। सूची तैयार कर बिजली विभाग द्वारा कनेक्शन कराये जा रहे हैं। यह कार्य बहुत जल्द पूरा कराया जाएगा। इसके बाद सूची बनाकर निर्वाचन आयोग को भेजी जायेगी।डॉ. सत्यनारायण, बेसिक शिक्षा अधिकारी
शिक्षा विभाग द्वारा बिजली कनेक्शन देने के लिए हमें स्कूलों की सूची दी गई है। सूची के अनुसार कनेक्शन दिये जा रहे हैं। पहले भी स्कूलों को कनेक्शन दिये गये थे लेकिन बिल भुगतान नहीं होने से अधिकांश कनेक्शन काट दिये गये थे। सुशील कुमार, एसडीओ सम्भल देहात
No comments:
Write comments