लखनऊ। राजधानी के कई परिषदीय विद्यालयों के बच्चों को अब जमीन पर पढ़ाई नहीं करनी पड़ेगी। इसके लिए बीएसए प्रवीण मणि त्रिपाठी सीएसआर फंड से स्कूलों में बेंच व अन्य मूल सुविधाओं की व्यवस्था करा रहे हैं। शुरुआत भी ग्रीन गैस कंपनी से की गई है। ग्रीन गैस इंडिया प्राइवेट लिमिटेड ने अपने सीएसआर फंड से शहर के स्कूलों को 834 बेंच अनुदान में दी है। इसके अलावा भेल शहर के सभी 8 कस्तूरबा विद्यालयों में फर्नीचर भी मुहैया कराएगा। दरअसल, परिषदीय विद्यालयों के बच्चों को जमीन पर चटाई पर बैठकर पढ़ाई करनी पड़ती है। फर्नीचर के लिए सरकार की ओर से कोई बजट नहीं दिया जाता है। बीएसए के मुताबिक स्कूलों में विकास अनुदान पुताई और कार्यालय के प्रयोग में आता है। इसकी वजह से बच्चों को जमीन पर बैठना पड़ता है। बच्चों के लिए स्कूलों में संसाधन जुटाने के लिए कंपनियों से बात की गई। जिसमें सीएसआर फंड से स्कूलों के लिए संसाधन जुटाए हैं। भेल और ग्रीन गैस की ओर से सहमति मिल गई है। गौरतलब है कि इससे पहले कई स्कूलों में शौचालय न होने पर भेल ने शहर के सौ से अधिक स्कूलों में इसका निर्माण करवाया था। लगभग सभी स्कूलों में शौचालय बन भी गए हैं। अब अगली कड़ी में सभी स्कूलों में फर्नीचर मुहैया कराने का लक्ष्य रखा गया है।
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