बेसिक शिक्षा विभाग में संविदा पर काम कर रहे लोगों को ईपीएफ का लाभ दिया जाएगा। इसके लिए विभाग ने इनके अभिलेख खंगालने शुरू कर दिए हैं। इसमें एक वर्ष में 240 दिन काम करने वालों को लाभान्वित किया जाएगा। बेरोजगारी का लाभ उठाते हुए सरकार कम रुपये देकर संविदा के आधार पर काम ले रही है। कई विभागों में इनको भविष्य निधि का लाभ दिया जाता है। लेकिन शिक्षा विभाग में तैनात करीब तीन हजार कर्मी इससे वंचित हैं। इस पर भविष्य निधि आयुक्त ने इन्हें भी इसका लाभ देने का निर्देश दिया है। बेसिक शिक्षा विभाग में वर्तमान समय में जूनियर स्कूलों में अनुदेशक, कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालयों में कार्यरत शिक्षक व अन्य शिक्षणोत्तर कर्मचारी, गांवों में 14 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों को साक्षर कर रहे प्रेरक सहित विकलांग शिक्षकों की तैनाती संविदा पर है। ये नियमित शिक्षक व कर्मचारियों की तरह ही काम करते हैं। लेकिन इनका मानदेय दो हजार से सात हजार रुपये ही है। इन्हें भविष्य निधि जैसी योजनाओं का लाभ नहीं दिया जाता। जिससे इनके परिवारों को दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। इनकी समस्याओं को देखते हुए सरकार ने इन्हें ईपीएफ देने की योजना बनाई है। इसके लिए भविष्य निधि कमिश्नर ने कर्मियों के अभिलेखों की जांच करके इन्हें ईपीएफ का लाभ देने का निर्देश दिया गया है। इन्हें नियुक्ति तिथि से एक वर्ष में 240 दिन काम करने पर इसका लाभ दिया जाएगा। इसमें 12 प्रतिशत सरकार व 13 प्रतिशत सेवा प्रदाता कंपनियां देंगी। इसके लिए तैयारी कर शुरू कर दी गई है।
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