DISTRICT WISE NEWS

अंबेडकरनगर अमरोहा अमेठी अलीगढ़ आगरा इटावा इलाहाबाद उन्नाव एटा औरैया कन्नौज कानपुर कानपुर देहात कानपुर नगर कासगंज कुशीनगर कौशांबी कौशाम्बी गाजियाबाद गाजीपुर गोंडा गोण्डा गोरखपुर गौतमबुद्ध नगर गौतमबुद्धनगर चंदौली चन्दौली चित्रकूट जालौन जौनपुर ज्योतिबा फुले नगर झाँसी झांसी देवरिया पीलीभीत फतेहपुर फर्रुखाबाद फिरोजाबाद फैजाबाद बदायूं बरेली बलरामपुर बलिया बस्ती बहराइच बाँदा बांदा बागपत बाराबंकी बिजनौर बुलंदशहर बुलन्दशहर भदोही मऊ मथुरा महराजगंज महोबा मिर्जापुर मीरजापुर मुजफ्फरनगर मुरादाबाद मेरठ मैनपुरी रामपुर रायबरेली लखनऊ लखीमपुर खीरी ललितपुर लख़नऊ वाराणसी शामली शाहजहाँपुर श्रावस्ती संतकबीरनगर संभल सहारनपुर सिद्धार्थनगर सीतापुर सुलतानपुर सुल्तानपुर सोनभद्र हमीरपुर हरदोई हाथरस हापुड़

Monday, January 23, 2017

अंबेडकरनगर : विद्यालयों में नहीं हो सका चहारदीवारी का निर्माण, विद्ययालयों में पढ़ने वाले छात्र खतरे की जद में

टांडा शिक्षा क्षेत्र के 60 विद्यालयों में अबतक चहारदीवारी का निर्माण नहीं हो सका। ऐसे में इन विद्ययालयों में पढ़ने वाले छात्र खतरे की जद में हैं। उक्त शिक्षा क्षेत्र में कुल 160 प्राथमिक व 66 जूनियर विद्यालय स्थापित हैं। इनमें कुल 17 हजार 763 छात्र-छात्रएं अध्यनरत हैं। 1 इन विद्यालयों के भवन का तो निर्माण हुआ है, लेकिन अधिकांश में बच्चों की सुरक्षा के दृष्टिगत चहारदीवारी का काम नहीं हो सका। ऐसे में 32 प्राथमिक व 28 जूनियर विद्यालयों को चहारदीवारी की दरकार है। बसखारी शिक्षा क्षेत्र में भी हजारों की संख्या में छात्र पंजीकृत हैं।

इस क्षेत्र के कुल 118 प्राथमिक विद्यालयों में से 90 विद्यालयों में चहारदीवारी का निर्माण अब तक नहीं हो सका है। 42 जूनियर हाइस्कूलों में से 30 में भी चहारदीवारी नहीं बन सकी। कई ऐसे भी विद्यालय हैं, जो तालाबों, पोखरों तथा नदी के किनारों पर बने हैं। बच्चे अक्सर मार्गों पर ही खेलते-कूदते रहते हैं। आलम यह है कि चहारदीवारी न होने से हर समय दुर्घटना की आशंका बनी रहती है। खंड शिक्षा अधिकारी एके गौतम ने बताया कि चहारदीवारी का निर्माण गांव की शिक्षा समिति तथा प्रधानाध्यापक मिलकर करवाते हैं।
इसके लिए शासन द्वारा बजट आवंटित किया जाता है। बजट आते ही सभी विद्यालयों को चहारदीवारी बनवायी जाएगी।

No comments:
Write comments