इलाहाबाद : हमारे विद्यालयों में भाषा एक विषय के रूप में पढ़ाई जाती है। जिसमें व्याकरण आदि के विषय में पढ़ाया जाता है, लेकिन भाषा को केवल यहीं तक सीमित नहीं किया जा सकता। भाषा का उपयोग जीवन में बहुत आवश्यक होता है। हम जीवन भर दूसरों से जो व्यवहार करते हैं और इसके लिए भाषा का उपयोग करते हैं। कुछ व्यक्ति भाषा के प्रयोग में इतने निपुण होते हैं कि उन्हें समस्याओं का कम से कम सामना करना पड़ता है और उन्हें आसानी से सफलता प्राप्त होती है।
ऐसा इसलिए होता है क्योंकि वह भाषा के प्रयोग के समय संयम बरतते हैं। यह बात सीमैट उप्र इलाहाबाद के निदेशक संजय सिन्हा ने कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालयों की शिक्षिकाओं के विशिष्ट कौशल विकास विषय पर आधारित चार दिनी प्रशिक्षण के समापन अवसर पर कही।
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