NCERT का सुझाव- बच्चों की उम्र मुताबिक, स्कूल में लंच में बजाएं गाने
ये दिशा-निर्देश 34 नगर निगम स्कूलों में किए गए एक साल के अध्ययन के आधार पर शिक्षकों के एक दल ने तैयार किए हैं.
NEWS18HINDI
LAST UPDATED:OCTOBER 9, 2019, 4:52 PM IST
राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद (एनसीईआरटी) ने सकारात्मक और हर्षित माहौल बनाने के लिए स्कूलों को सुझाव दिया है. इस सुझाव के तहत मिड-ड भोजन बांटते समय या लंच ब्रेक में स्टूडेंट्स की उम्र के मुताबिक स्कूलों को गाने बजाने का सुझाव दिया है.
एनसीईआरटी ने ये सुझाव कला शिक्षकों के लिये 84 पन्नों वाले 'आर्ट इंटीग्रेटेड लर्निंग' के जरिए दिया. एनसीईआरटी ने 84 पन्नों वाले 'आर्ट इंटीग्रेटेड लर्निंग' (एआईएल) दिशानिर्देश में कहा, 'अध्ययन में पाया गया है कि संगीत से बच्चों की ग्रहणशीलता बेहतर होती है. इससे ठहराव और शांति की भावना भी विकसित होती है.'
उसने कहा, 'स्कूलों को मिड-डे भोजन बांटते समय या लंच-ब्रेच में सकारात्मक और हर्षित माहौल बनाने के लिए स्कूलों को उम्र के मुताबिक गीत बजाने चाहिए.' ये दिशा-निर्देश 34 नगर निगम स्कूलों में किए गए एक साल के अध्ययन के आधार पर जामिया मिलिया इस्लामिया के साथ मिलकर शिक्षकों के एक दल ने तैयार किए हैं
ये दिशा-निर्देश 34 नगर निगम स्कूलों में किए गए एक साल के अध्ययन के आधार पर शिक्षकों के एक दल ने तैयार किए हैं.
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राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद (एनसीईआरटी) ने सकारात्मक और हर्षित माहौल बनाने के लिए स्कूलों को सुझाव दिया है. इस सुझाव के तहत मिड-ड भोजन बांटते समय या लंच ब्रेक में स्टूडेंट्स की उम्र के मुताबिक स्कूलों को गाने बजाने का सुझाव दिया है.
एनसीईआरटी ने ये सुझाव कला शिक्षकों के लिये 84 पन्नों वाले 'आर्ट इंटीग्रेटेड लर्निंग' के जरिए दिया. एनसीईआरटी ने 84 पन्नों वाले 'आर्ट इंटीग्रेटेड लर्निंग' (एआईएल) दिशानिर्देश में कहा, 'अध्ययन में पाया गया है कि संगीत से बच्चों की ग्रहणशीलता बेहतर होती है. इससे ठहराव और शांति की भावना भी विकसित होती है.'
उसने कहा, 'स्कूलों को मिड-डे भोजन बांटते समय या लंच-ब्रेच में सकारात्मक और हर्षित माहौल बनाने के लिए स्कूलों को उम्र के मुताबिक गीत बजाने चाहिए.' ये दिशा-निर्देश 34 नगर निगम स्कूलों में किए गए एक साल के अध्ययन के आधार पर जामिया मिलिया इस्लामिया के साथ मिलकर शिक्षकों के एक दल ने तैयार किए हैं
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