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Wednesday, September 8, 2021

शिक्षक पर्व 2021 : पीएम मोदी ने लॉन्च कीं निष्ठा, विद्यांजलि समेत 5 योजनाएं, पढ़ें जो खास कहा पीएम मोदी ने

शिक्षक पर्व 2021 : पीएम मोदी ने लॉन्च कीं निष्ठा, विद्यांजलि समेत 5 योजनाएं, पढ़ें जो खास कहा पीएम मोदी ने


Shikshak Parv 2021 Live Updates : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को शिक्षक पर्व के उद्घाटन सम्मेलन को संबोधित करते हुए शिक्षा क्षेत्र से जुड़ी पांच अहम योजनाएं लॉन्च कीं। इनमें भारतीय सांकेतिक भाषा कोश (ISDL), टॉकिंग बुक्स, सीबीएसई का स्कूल क्वालिटी एश्योरेंस एंड असेसमेंट फ्रेमवर्क और शिक्षक प्रशिक्षण कार्यक्रम निष्ठा 3.0 और विद्यांजलि पोर्टल शामिल हैं। डिजिटल मोड से छात्रों और शिक्षकों को अपने संबोधन के दौरान पीएम मोदी ने कहा कि शिक्षक पर्व के अवसर पर लॉन्च हुईं ये नई योजनाएं बेहद अहम हैं। देश अभी आज़ादी का अमृत महोत्सव मना रहा है। आजादी के 100 वर्ष होने पर भारत कैसा होगा, इसके लिए देश नए संकल्प ले रहा है।


यहां पढ़ें पीएम मोदी के संबोधन के मुख्य अंश - 


- पीएम मोदी ने कहा कि आप सभी इस बात से परिचित हैं कि किसी भी देश की प्रगति के लिए शिक्षा न केवल समावेशी होनी चाहिए बल्कि न्यायसंगत भी होनी चाहिए। इसीलिए आज देश टाकिंग बुक्स और ऑडियो बुक्स जैसी तकनीक को शिक्षा का हिस्सा बना रहा है।

स्कूल क्वालिटी एश्योरेंस एंड असेसमेंट फ्रेमवर्क (SQAA)
नई शिक्षा नीति के अनुसार सीबीएसई केंद्रीय विद्यालयों और नवोदय विद्यायों के लिए स्टैंडर्ड सेटिंग अथॉरिटी (एसएसए) के तौर पर कार्य करेगा। सीबीएसई ने स्कूलों के सभी कामकाज के सभी क्षेत्रों को शामिल करते हुए एसक्यूएए ढांचा तैयार किया है। ये सेल्फ डिस्क्लोजर आधारित है। ये पब्लिक डोमेन में रहेगा। 25606 स्कूल, 2 करोड़ बच्चें और 10 लाख शिक्षक इसमें शामिल हैं। 

पीएम मोदी ने कहा कि N-DEAR ( नेशनल डिजिटल एजुकेशनल आर्किटेक्चर) शिक्षा में असमानता को खत्म करेगी। यह यूपीआई की तरह काम करेगी। सभी शैक्षणिक गतिविधियों को जोड़ेगी।


निष्ठा 3.0
निष्ठा शिक्षण प्रशिक्षण कार्यक्रम है ताकि शिक्षक बच्चों की प्रतिभा को परखकर उसे विकसित कर सकें। इसमें टीचरों को बेहतर ट्रेनिंग दी जाएगी ताकि उनका अध्यापन कार्य और बेहतर हो सके। यह दीक्षा प्लेटफॉर्म पर ऑनलाइन होगा। यह क्षेत्रीय भाषाओं में भी होगा। इससे 25 लाख से ज्यादा टीचर ट्रेनिंग हासिल करेंगे। 


भारतीय सांकेतिक भाषा शब्दकोश
भारतीय सांकेतिक भाषा अनुसंधान एवं प्रशिक्षण केंद्र द्वारा छात्रों के भाषा कौशल को बढ़ाने के लिए ISL डिक्शनरी (इंडियन साइन लेंग्वेज डिक्शनरी) के 10 हजार शब्द विकसित किए गए हैं। इसमें स्कूली शिक्षा स्तर पर यूनिवर्सल डिजाइन ऑफ लर्निंग (यूडीएल) के अनुरूप ISL, स्पीच और टेक्स्ट तीनों का समावेश कर दीक्षा पोर्टल पर अपलोड किया गया है। इससे श्रवण बाधिक शिक्षक समेत 13 लाख छात्रों को लाभ मिलेगा। 


- विद्यांजलि योजना

- पीएम मोदी ने कहा कि विद्यांजलि योजना के तहत अगर आप स्कूल में बच्चों को पढ़ाना चाहते हैं लेकिन किसी और पेशे से जुड़े हैं, तो भी आप बच्चों को पढ़ा सकेंगे। आप चाहे समाज में किसी भी भूमिका में हों, सफलता की किसी भी सीढ़ी पर हो, आप युवाओं के भविष्य के निर्माण में भागीदारी करें। इसके तहत स्कूलों में पढ़ाने के लिए शिक्षक होने की बाध्यता खत्म होगी। इस योजना का मकसद आम जन को सरकारी स्कूलों से जोड़कर उनका विकास करना है। 

हाल ही में सम्पन्न हुए टोक्यो ओलंपिक और पैरालंपिक में हमारे खिलाड़ियों ने शानदार प्रदर्शन किया है। हमारे युवा इनसे कितना प्ररित हुए हैं। मैंने अपने खिलाड़ियों से अनुरोध किया है कि आज़ादी के अमृत महोत्सव के अवसर पर हर खिलाड़ी कम से कम 75 स्कूलों में जाएं। जब समाज मिलकर कुछ करता है तो इच्छित परिणाम अवश्य मिलते हैं, और आपने ये देखा है कि बीते कुछ वर्ष में जनभागीदारी अब फिर भारत का नेशनल कैरेक्टर बनता जा रहा है। पिछले 6-7 वर्षों में जनभागीदारी की ताकत से भारत में ऐसे-ऐसे कार्य हुए हैं जिनकी कोई कल्पना भी नहीं कर सकता था।

- देश लगातार शिक्षा क्षेत्र में नए निर्णय ले रहा है। नए अभियान पॉलिसी बेस्ड नहीं पार्टिसिपेशन बेस्ड है। हर स्तर पर शिक्षकों, शिक्षाविद्यो का योगदान रहा है। हमें इसमें समाज को भी जोड़ना है। 

- स्कूल क्वालिटी असेसमेंट योजना हमारे युवाओं को भविष्य के लिए तैयार करेगी। हमारे शिक्षा को प्रतिस्पर्धी बनाएगी। 

- ये सभी योजनाएं भविष्य के भारत को आकार देने में अहम भूमिका निभाएंगी। 

आज विद्यांजली 2.0, निष्ठा 3.0, टॉकिंग बुक्स और यूएलडी बेस आईएसएल डिक्शनरी जैसे नए कार्यक्रम और व्यवस्थाएं लॉन्च की गई हैं। मुझे पूरा भरोसा है कि यह हमारे शिक्षा व्यवस्था को वैश्विक स्तर पर प्रतिस्पर्धी बनाएगी।

मैं सबसे पहले, राष्ट्रीय पुरस्कार प्राप्त करने वाले हमारे शिक्षकों को बहुत-बहुत बधाई देता हूँ। आप सभी ने कठिन समय में देश में शिक्षा के लिए, विद्यार्थियों के भविष्य के लिए जो योगदान दिया है, वो अतुलनीय है, सराहनीय है।

आपको बता दें कि शिक्षकों के बहुमूल्य योगदान को मान्यता देने और नई शिक्षा नीति 2020 को एक कदम आगे ले जाने के लिए 5-17 सितंबर से शिक्षक पर्व, 2021 मना रहा है। यह सम्मलेन न केवल सभी स्तरों पर शिक्षा की निरंतरता सुनिश्चित करने, बल्कि देशभर के स्कूलों में गुणवत्ता, समावेशी प्रथाओं और स्थायित्व में सुधार के लिए नए तौर-तरीकों को प्रोत्साहित करेगा। 
 
पीएमओ ने कहा कि ‘शिक्षक पर्व’ का यह उत्सव न केवल सभी स्तरों पर शिक्षा की निरंतरता सुनिश्चित करेगा, बल्कि देश भर के स्कूलों में क्वालिटी, इंक्लूसिव प्रैक्टिसिस और सस्टेनेबिलिटी में सुधार के लिए इनोवेटिव प्रैक्टिसिस को मोटिवेट भी करेगा। 

इस कार्यक्रम में केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान और अन्य शिक्षा राज्य मंत्री भी शामिल होंगे।


 प्रधानमंत्री कार्यालय द्वारा जारी बयान के मुताबिक, प्रधानमंत्री मोदी इस कार्यक्रम में भारतीय सांकेतिक भाषा शब्दकोश (श्रवण बाधितों के लिए ऑडियो और टेक्स्ट एम्बेडेड सांकेतिक भाषा), टॉकिंग बुक्स (नेत्रहीनों के लिए ऑडियो किताबें), स्कूल गुणवत्ता और सीबीएसई के असेसमेंट फ्रेमवर्क का शुभारंभ करने वाले हैं। इसके अलावा पीएम मोदी विद्यांजलि पोर्टल के लिए NISHTHA टीचर्स ट्रेनिंग प्रोग्राम (स्कूल डेवलपमेंट के लिए एजुकेशन वालंटियर/ डोनर्स/ सीएसआर कंट्रीब्यूटर्स की फैसिलिटीज) की भी शुरुआत करेंगे।

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