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Monday, September 13, 2021

आंगनबाड़ी केंद्रों को गोद लें महाविद्यालय प्रबंधन, बोलीं राज्यपाल, 2030 तक विश्वविद्यालय में 50 फीसद छात्रों को पहुंचाने का लक्ष्य

नई शिक्षा नीति के तहत 2030 तक 50 प्रतिशत छात्रों को विवि में पह़ुंचाने का लक्ष्य- राज्यपाल

आंगनबाड़ी केंद्रों को गोद लें महाविद्यालय प्रबंधन, बोलीं  राज्यपाल


प्रयागराज : बच्चों की प्राथमिक शिक्षा आंगनबाड़ी केंद्रों से शुरू होती है। आमतौर पर यहां गरीब व निम्न मध्यम वर्गीय परिवार के बच्चे पढ़ते हैं। इनके उत्थान के लिए सरकार संकल्पबद्ध है। इन बच्चों के स्वास्थ्य, शिक्षा व स्वच्छता के लिए समाज के सक्षम लोगों को एकजुट होकर समग्रता के साथ प्रयास करना चाहिए। यह आह्वान रविवार को उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदी बेन पटेल ने किया। नई शिक्षा नीति के तहत 2030 तक विश्वविद्यालय में 50 फीसद छात्रों को पहुंचाने का लक्ष्य रखा गया है। यह तभी संभव है जब आंगनबाड़ी केंद्रों व प्राथमिक विद्यालयों में सौ फीसद उपस्थिति हो।

रविवार को राज्यपाल प्रो. राजेंद्र सिंह (रज्जू भइया) राज्य विश्वविद्यालय के प्रतिभा सभागार में 35 आंगनबाड़ी केंद्रों के लिए प्री स्कूल किट का वितरण कर रही थीं। उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय से संबद्ध महाविद्यालय का प्रबंधन एक या उससे अधिक आंगनबाड़ी केंद्रों को गोद लें। उसकी समुचित देखभाल करें। ग्राम प्रधानों को भी चाहिए कि आंगनबाड़ी केंद्र से मिलकर गांव के कुपोषित बच्चों की देखरेख करें। आशा वर्कर सक्रियता बढ़ाते हुए गर्भवती महिलाओं के संपर्क में रहें। उन्हें स्वच्छता और पौष्टिक आहार के बारे में बताएं। इस दौरान राज्यपाल ने पांच गर्भवती महिलाओं की गोद भराई की। 12 बच्चों को फल की टोकरी दी। 35 आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों को किट भी दी। सभी से आह्वान किया कि क्षय रोग से ग्रसित बच्चों को भी गोद लें। धन्यवाद ज्ञापन सीडीओ शिपू गिरि ने किया। डीएम संजय कुमार खत्री भी मौजूद रहे।


डिग्री के लंबित मामले निपटाएं

राज्यपाल ने रविवार को उत्तर प्रदेश राजर्षि टंडन मुक्त विश्वविद्यालय के यमुना परिसर में त्रिवेणी सामुदायिक केंद्र का भी लोकार्पण किया। इससे पहले उन्होंने यहां कल्पतरु का पौधा भी लगाया और फिर कुलपति प्रो. सीमा सिंह व अन्य वरिष्ठ शिक्षकों के साथ बैठक की। उन्होंने निर्देशित किया कि डिग्री के लंबित मामलों को तेजी से निपटाएं। अभ्यर्थियों तक उन्हें न्यूनतम समय में पहुंचाया जाए। राज्यपाल ने स्पष्ट कहा कि डिग्री वितरण मेला आयोजित करें, जिससे समय पर विद्यार्थियों की डिग्री मिल सके। अन्य लंबित प्रकरण का जल्द निस्तारण करें। समय पर परिणाम जारी करें। पीएचडी के दाखिले की प्रक्रिया भी जल्द शुरू करने के लिए निर्देशित दिए।

अकादमिक गतिविधि के लिए प्रयोग होगा सामुदायिक केंद्र

कुलपति प्रो. सीमा सिंह ने बताया त्रिवेणी सामुदायिक केंद्र 453.20 लाख रुपये से 725.56 वर्ग मीटर में बना है। इसका शिलान्यास दो वर्ष पहले राज्यपाल आनंदी बेन पटेल ने ही किया था। इस तीन मंजिला भवन में कई कार्यक्रम आयोजित हो सकेंगे। आंगनबाड़ी गतिविधियों में भी यह सहायक होगा। परीक्षाएं कराने में भी इसका प्रयोग किया जा सकेगा।

प्रो. राजेंद्र सिंह रज्जू भइया की प्रतिमा का अनावरण

नैनी : कार्यक्रम में राज्य विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. अखिलेश सिंह ने कहा कि हम सब गांवों के विकास को लेकर अग्रसर हैं। आंगनबाड़ी के माध्यम से ग्रामीणों की शिक्षा, स्वास्थ्य व स्वच्छता के लिए भी प्रयास किए जा रहे हैं। विश्वविद्यालय का प्रयास होगा कि समाज का समग्र विकास हो। इससे पूर्व राज्यपाल ने विश्वविद्यालय में प्रो. राजेंद्र सिंह (रज्जू भइया) की प्रतिमा का अनावरण किया। उसके बाद नवनिर्मित डाक घर, बैंक परिसर, सूचना केंद्र, परीक्षा भवन साथ पुलिस चौकी का लोकार्पण किया। प्रशासनिक भवन के निकट पौधे भी लगाए। इसके बाद राज्यपाल ने कुलपति व अन्य प्रमुख शिक्षकों व अधिकारियों के साथ बैठक की।


एक आंगनबाड़ी केंद्र में सुविधाओं के लिए चालीस से पचार हजार रुपये का खर्च आता है, जिसे संस्थान वहन कर सकते है। यदि एक संस्थान न वहन कर सके तो दो संस्थान मिलकर इस कार्य को कर सकते है।


नई शिक्षा नीति के तहत वर्ष 2030 तक पचास फीसदी छात्रों को विश्वविद्यालय स्तर तक पहुंचाना है। यह तभी संभव है, जब आंगनबाड़ी केंद्रों एवं प्राथमिक विद्यालयों में बच्चों की उपस्थित शतप्रतिशत होगी। इसके लिए सभी लगना होगा। यह बात राज्यपाल आनंदी बेन पटेल ने प्रो. राजेंद्र सिंह (रज्जू भइया) राज्य विश्वविद्यालय में आयोजित एक कार्यक्रम में कही। वह रविवार को विश्वविद्यालय में कई नवनिर्मित भवनों का लोकार्पण करने पहुंचीं थीं।

राज्य विवि के परीक्षा भवन में जिला प्रशासन एवं डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम प्राविधिक विश्वविद्यालय की ओर से आयोजित कार्यक्रम में राज्यपाल ने गर्भवती महिलाओ अंतिमा साहू, रेनू, अंतिमा मिश्रा, रानी गिरी एवं सरिता को फलों की टोकरी देकर गोद भराई की और उनके साथ संवाद किया। साथ ही चाका, बहादुरपुर, कौंधियारा, सोरांव, कौड़िहार, जसरा एवं करछना ब्लाक के 35 आंगनबाडी केंद्रों के बच्चों के लिए आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को प्री स्कूल किट प्रदान की।


पंद्रह बच्चों को फलों की टोकरी दी। गांव के प्रधानों, अधिकारियों से कहा कि नाली, सड़क, सफाई के अलावा कुपोषित एवं टीबी से ग्रसित बच्चों को गोद लेकर उन्हें बीमारी से मुक्ति दिलाने का प्रयास करें। कहा कि आंगनबाड़ी केंद्रों में बच्चों के लिए बांटे जा रहे पोषाहार की आंगनबाड़ी कार्यकर्ता एवं प्रधान अपने स्तर से निगरानी करें। साथ ही घर-घर जाकर महिलाओं को इसके प्रति जागरूक करना चाहिए। 


उन्होंने अधिकारियों और शिक्षण संस्थानों को आंगनबाड़ी केंद्र गोद लेने को कहा। राज्यपाल ने कहा कि केंद्र एवं प्रदेश सरकार का लक्ष्य है कि प्रसव के दौरान किसी भी महिला की मौत न हो, इसके लिए जरूरी है कि प्रसव घर पर न होकर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों और अस्पतालों में हो। उन्होंने कुपोषण, महिला प्रसव एवं नवजातों की सुरक्षा पर भी विशेष ध्यान देने पर जोर दिया। डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम प्राविधिक विवि के कुलपति प्रो. विनीत कंसल ने राज्यपाल का स्वागत करते हुए कहा के आंगनबाड़ी केंद्रों से गांव में विकास हो रहा है। मुख्य विकास अधिकारी सीपू गिरी ने धन्यवाद ज्ञापित किया। कार्यक्रम में डीएम संजय खत्री सहित कई अफसर मौजूद रहे। 


राज्य विवि में पांच नए भवनों का हुआ लोकार्पण
प्रो. राजेंद्र सिंह (रज्जू भइया) राज्य विश्वविद्यालय के सरस्वती हाईटेक सिटी नैनी परिसर में राज्यपाल आनंदी बेन पटेल ने रविवार कों पांच नवनिर्मित भवनों का लोकार्पण किया। इनमें डाक घर, बैंक परिसर, सूचना केंद्र, परीक्षा भवन एवं पुलिस चौकी भवन शामिल है। कुलपति प्रो. अखिलेश कुमार सिंह ने राज्यपाल का स्वागत किया। राज्यपाल ने परिसर में पौधरोपण किया और इसके बाद कुलपति एवं विश्वविद्यालय के अन्य अफसरों के साथ समीक्षा बैठक की। कुलपति ने पावर प्वाइंट प्रेजेंटेशन के माध्यम से विश्वविद्यालय की प्रगति आख्या प्रस्तुत की। समीक्षा बैठक में कुलाधिपति एवं राज्यपाल की ओर से सुझाए गए बिंदुओं पर विश्वविद्यालय प्रशासन ने सार्थक क्रियान्वयन का संकल्प लिया।


मुक्त विवि में त्रिवेणी सामुदायिक केंद्र का लोकार्पण
कुलाधिपति एवं राज्यपाल आनंदी बेन पटेल ने रविवार को उत्तर प्रदेश राजर्षि टंडन मुक्त विश्वविद्यालय में त्रिवेणी सामुदायिक केंद्र के नवनिर्मित भवन का लोकार्पण किया। 725.56 वर्ग मीटर में बने भवन के निर्माण पर 453.20  लाख रुपये की आई। भवन का शिलान्यास दो वर्ष पहले राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने ही किया था। राज्यपाल के विश्वविद्यालय आगमन पर कुलपति प्रो. सीमा सिंह ने उनका स्वागत किया।


राज्यपाल ने परिसर में कल्पवृक्ष का रोपण किया। साथ ही सामुदायिक केंद्र का निरीक्षण किया। कुलपति ने राज्यपाल को बताया कि त्रिवेणी सामुदायिक केंद्र में सांस्कृतिक एवं साहित्यिक गतिविधियां संचालित की जाएंगी। इसके साथ ही इस केंद्र का उपयोग विश्वविद्यालय की परीक्षाओं एवं प्रतियोगी परीक्षाओं के आयोजन में किया जाएगा। लोकार्पण के बाद कुलाधिपति आनंदीबेन पटेल ने कुलपति एवं अन्य अफसरों के साथ समीक्षा बैठक भी की। उन्होंने  विश्वविद्यालय के महिला अध्ययन केंद्र द्वारा किए गए कार्यों की सराहना की।

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