महराजगंज : जिले के स्कूलों के संचालन को लेकर गजब का हाल है। सरकारी स्कूलों पर नामांकन, हाजिरी, शिक्षकों की उपस्थिति व शिक्षा की गुणवत्ता को लेकर शासन प्रशासन सख्ती कर रहा है । लेकिन प्राइवेट व बगैर मान्यता के स्कूलों को लूट की छूट दे रखा है। इनके पास न तो मानक के अनुरूप कमरे हैं और न ही ट्रेंड शिक्षक । प्रशासन की बेफिक्री के कारण ये स्कूल वाले अभिभावकों का शोषण करने से भी बाज नहीं आ रहे हैं। मोटी- मोटी किताबें और मंहगी फीस इन विद्यालयों का दस्तूर है।
धरा रह गया बीएसए का आदेश : जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी ने एक माह पूर्व सभी खण्ड शिक्षा अधिकारियों को निर्देशित किया था कि अपने विकास क्षेत्र में मान्यता प्राप्त विद्यालयों की सूची एवं अमान्य संचालित प्राथमिक एवं जूनियर हाई स्कूलों की पृथक-पृथक सूची एक सप्ताह में कार्यालय में उपलब्ध कराना सुनिश्चित करते हुए जो विद्यालय बिना मान्यता के संचालित किए जा रहे हैं उन्हें बंद कराते हुए उसमें नामांकित छात्र- छात्राओं का नाम नामांकन निकट में संचालित परिषदीय, मान्यता प्राप्त विद्यालयों में करना सुनिश्चित करें। लेकिन बीएसए का यह आदेश धरा के धरा ही रह गया।
खबर साभार : 'दैनिक जागरण'
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