संवादसूत्र, सुलतानपुर : शिक्षा का अधिकार अधिनियम के तहत बेसिक स्कूलों में शिक्षकों के रिक्त पदों पर टीईटी पास युवाओं की नियुक्ति को लेकर प्रदेश सरकार संवेदनहीन बनी हुई हैं। प्रदेश में शिक्षकों के तीन लाख पद खाली पड़ें हुए हैं और दो लाख टीईटी पास नौजवान सड़कों पर बेरोजगार टहल रहे हैं। ये आरोप लगाया है टीईटी उत्तीर्ण संघर्ष मोर्चा के जिलाध्यक्ष बृजेंद्रनाथ तिवारी ने। वे शुक्रवार को कलेक्ट्रेट के सामने आयोजित धरने को संबोधित कर रहे थे। तपती दोपहरी में कलेक्ट्रेट के सामने टीईटी बेरोजगारों का जत्था तिकोनिया पार्क पहुंचता रहा। सैकड़ों की तादाद में मौजूद मोर्चा कार्यकर्ताओं ने जोरदार नारेबाजी की और प्रदेश सरकार को बेसिक स्कूलों में खाली पड़े पदों पर टीईटी उत्तीर्ण युवाओं की नियुक्ति के मुद्दे पर आड़े हाथों लिया। मोर्चा ने सीधा आरोप मढ़ा कि शिक्षा का अधिकार अधिनियम की खुलेआम तौहीनी की जा रही है। जो जिम्मेदार हैं वही कानों में तेल डाले हुए हैं। मोर्चा महामंत्री अजय पांडेय ने घोषणा की कि जनपदीय धरने के बाद 25 अप्रैल को इलाहाबाद में मोर्चा बेसिक शिक्षा निदेशालय का घेराव करेगा। यह संघर्ष तब तक जारी रहेगा, जब तक कि सभी साथियों की नियुक्ति नहीं हो जाती। सुप्रीम कोर्ट के 24 फरवरी के आदेश का अनुपालन कराने के लिए उन्होंने दोहराया कि हम कोई भी प्रयास नहीं छोड़ेंगे। इस मौके पर शबनम आरा, कुसुम वर्मा, इंदु पांडेय, शिवशरण त्रिपाठी, प्रवीण सिंह, अनिल, ओमप्रकाश, रामजीत, तेज बहादुर, समर बहादुर, बुद्धिराम, मुरलीधर, राजवर्धन, शीतला प्रसाद आदि मौजूद रहे
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