महराजगंज : उत्तर प्रदेश सरकार ने बेसिक शिक्षा के सेवानिवृत्त शिक्षकों को 31 मार्च को समारोह आयोजित कर उनके सभी अंतिम भुगतान चेक के माध्यम से करने का वादा किया था। पर विभाग की लापरवाही के चलते सरकार का वादा झूठा साबित हो गया।
31 मार्च को रिटायर हुए 62 में से एक भी शिक्षक के जीपीएफ का भुगतान नहीं हो सका। इनमें से 58 सेवानिवृत्त शिक्षकों की फाइल लेखा कार्यालय में अटकी है तथा चार सेवानिवृत्त शिक्षकों की फाइल बीएसए कार्यालय में ही है। मालू हो कि सेवानिवृत्त शिक्षकों के भुगतान की प्रक्रिया छह माह पूर्व शुरू करने का आदेश शासन ने जारी किया था।
खबर साभार : 'हिन्दुस्तान'
No comments:
Write comments