संजय कुमार सरस्वती इंटर कॉलेज में आयोजित बैठक में मौजूद शिक्षक-शिक्षिकाएं व आवश्यक दिशा-निर्देश देते जिलाधिकारी विजय किरन आनंद। जागरणजिला समन्वयक निर्माण से जिला में शौचालय की स्थिति पूछी। बताया जिला में 3189 परिषदीय विद्यालय सापेक्ष 270 शौचालय मरम्मत योग्य हैं। उन्होंने कहा यह शौचालय मरम्मत की स्थिति में क्यों हैं? जबकि जिला में शौचालय के लिए 242 करोड़ रुपया आया हुआ है। शौचालय निर्माण ग्राम निधि से होता है। ग्राम प्रधान को निर्देश दें कि वह विद्यालय में शौचालय मरम्मत व हैंडपंप की सुविधा तत्काल मुहैया कराएं। अन्यथा ग्राम प्रधानों के अधिकारी सीज कर दिए जाएंगे।1शिक्षा गृह सॉफ्टवेयर से होगी क्रांति1डीएम ने बताया परिषदीय शिक्षा को पटरी पर लाने के लिए एक साफ्टवेयर गृह शिक्षा के नाम से तैयार किया है। इसमें वह समस्त बच्चों के शैक्षिक प्रगति का रिकॉर्ड सुरक्षित रखेंगे। 80 प्रतिशत से अधिक अंक पाने वाले छात्र ए ग्रेड में,, 60-80 प्रतिशत वाले बी ग्रेड में, 35-60 प्रतिशत वाले सी ग्रेड में तथा 35 प्रतिशत से कम अंक वाले छात्र डी ग्रेड में रहेंगे। कक्षा पांच व आठ के बच्चों के सालाना इम्तहान के अंक के आधार पर जिलाधिकारी के साफ्टवेयर गृह शिक्षा से ग्रे¨डग होगी। प्रत्येक दो माह पश्चात यूनिट टेस्ट होंगे। यदि ग्रेड डाउन होंगे तो शिक्षक पर कार्यवाही होगी।1परीक्षा शुचिता के साथ संपन्न कराने के लिए जिलाधिकारी तमाम अधिकारी को तैनात करेंगे। परीक्षा के लिए परीक्षा केंद्र बनाए जाएंगे। मूल्यांकन कार्य क्रॉस ब्लाक चेकिंग होगी। बच्चों के परीक्षाफल के आधार पर शिक्षकों की ग्रे¨डग होगी। पढ़ा नहीं रहे हैं तो वेतन नहीं मिलेगा। विद्यालय नहीं जा रहे तो सेवा समाप्त होगी। कार्य संतेाषजनक न मिलने पर तीन माह की निगरानी पश्चात कार्यवाही सुनिश्चित होगी। एक माह में विद्यालयों का वातावरण सुधरेगा। वीडियो कैमरे के साथ निरीक्षण किया जाएगा।
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