इलाहाबाद : अवकाश के दिनों में भी स्कूलों में मिड
डे मील बनवाने के आदेश से शिक्षक खफा हैं। आदेश के विरोध में सोमवार को
कलेक्टेट में शिक्षकों ने प्रदर्शन करके अपर नगर मजिस्ट्रेट (प्रथम) को
ज्ञापन सौंपा।
उत्तर प्रदेशीय प्राथमिक शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष देवेंद्र श्रीवास्तव के नेतृत्व में दिए गए ज्ञापन में बताया गया कि 20 से 30 जून तक स्कूलों में ग्रीष्मावकाश रहता है। स्कूलों में मिड डे मील को खाने के लिए विद्यार्थी ही नहीं आते हैं। इस वजह से शिक्षकों को परेशानी होती है। ज्ञापन में बताया गया कि अधिक गर्मी के कारण विगत दिनों प्राथमिक विद्यालय डेलौहा मेजा की प्रधानाध्यापिका अनीता यादव की स्कूल से वापस आते समय रास्ते में मौत हो गई थी। उनके परिजनों को बीस लाख ही सहायता राशि देने की मांग की गई। ज्ञापन सौंपने वालों में चिंतामणि त्रिपाठी, अर्चना मिश्र, शिव बहादुर यादव, मसूद अहमद, राजेंद्र कनौजिया, सरोज सिंह पटेल, राकेश श्रीवास्तव शामिल रहे। वहीं दूसरी ओर उत्तर प्रदेशीय जूनियर हाईस्कूल (पूर्व माध्यमिक) शिक्षक संघ के बैनर तले मध्यान्ह भोजन व्यवस्था से शिक्षकों को मुक्त रखने को लेकर जिलाधिकारी को ज्ञापन सौंपा गया।
अध्यक्ष विनोद पांडेय के नेतृत्व में दिए गए ज्ञापन में बताया गया कि अधिकांश शिक्षक ग्रीष्मावकाश में अपने गांव या कहीं घूमने अन्यत्र जनपदों में चले गए हैं। इसके साथ ही स्कूलों में इस सीजन में विद्यार्थियों की उपस्थिति कम होती है। जिससे विद्यालय अवकाश के समय मिड डे मील बनवाने का औचित्य नहीं है। डीएम को ज्ञापन सौंपने वालों में जिला महामंत्री राजेश सिंह पटेल, प्रवीण पटेल, करतार सिंह, महेंद्र मौर्य, अजीत सिंह, करतार सिंह, विनोद मिश्र, मुकेश, मनोज मौर्या, वीरेंद्र पटेल आदि शामिल रहे।
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