कलेक्ट्रेट प्रेक्षागृह में बुधवार को माडल विद्यालय कार्ययोजना क्रियान्वयन हेतु जिलाधिकारी भानुचंद्र गोस्वामी की अध्यक्षता में कार्यशाला का आयोजन किया गया। इसमें जिले के 210 विद्यालयों को अभिनव स्कूल बनाने के लिए डीएम ने ग्राम प्रधानों, एसएमसी सदस्यों से सहयोग मांगा।जिलाधिकारी ने बताया कि विद्यालय विकास हेतु तीन प्रकार के काम होते हैं। बेसिक शिक्षा परिषद द्वारा सरकारी योजनाओं का लाभ बच्चों तक पहुंचाना और भौतिक परिवेश अवस्थित व्यवस्था सुधार हेतु ग्राम प्रधान, एसएमसी सदस्यों का सहयोग अपेक्षित है। शिक्षक व्यवस्था सही करके शैक्षिक गुणवत्ता संवर्धन करना ताकि गांवों के बच्चों को सुव्यवस्थित शिक्षा मिल सके। उन्होंने बताया कि कि माडल स्कूल नाम से एक बेवसाइट तैयार की गई है जिस पर जाकर अभिभावक सहित जो भी चाहे बच्चों के शैक्षिक प्रगति को देख सकता है। ऐसे नालेज मै¨पग कर हर तीन माह पर अपडेट किया जाता रहेगा। अभिनव विद्यालयों में प्रत्येक विकास खंड के 10-10 विद्यालय है जिसमें डेस्क, ब्रेंच, कक्ष तक पहुंचने तक खड़ंजा, वाटर टैंक, ग्रीन बोर्ड, किताबों की रैक, ड्रम व वाद्य यंत्रों से प्रार्थना एवं भौतिक परिवेश से सुसज्जित विद्यालय होगा।
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