शिक्षामित्र से प्राथमिक अध्यापक के पद पर समायोजित किए गए 12 सौ शिक्षामित्रों को अभी तक शासन के आदेश के बाद भी मूल अभिलेख नहीं मिल सका है। साथ ही जिले के 70 शिक्षामित्र ऐसे हैं, जिन्हें अभी भी समायोजन का इंतजार है। इसे लेकर दूरस्थ शिक्षा मित्र बीटीसी शिक्षक संघ में आक्रोश है। जिलाध्यक्ष धर्मपाल यादव ने बताया कि संगठन ने बीएसए समेत अन्य अधिकारियों को कई बार मांग पत्र सौंपा लेकिन अभी तक न तो अभिलेख मिला और न ही अवशेष शिक्षामित्रों का समायोजन ही हुआ। सोमवार को संघ की संपन्न हुई बैठक में ये दोनों मुद्दे छाए रहे। जिलाध्यक्ष ने बताया कि 12 सौ शिक्षामित्रों का समायोजन दूसरे चरण में हुआ था। सभी परिषदीय विद्यालयों में सहायक अध्यापक पद पर समायोजित किए जा चुके हैं। इन्हें मूल अभिलेख वापस करने के लिए बेसिक शिक्षा सचिव संजय सिन्हा ने बीती 15 मई को ही आदेश जारी कर दिया है। बावजूद इसके अधिकारियों की कान में जूं तक नहीं रेंग रही है। वहीं तृतीय चरण में 70 शिक्षामित्रों का समायोजन होना है जो अभी तक नहीं हुआ। न ही उन्हें शिक्षामित्र पद का मानदेय ही दिया जा रहा है। शिक्षामित्र संघ का दावा है कि परिषदीय सचिव ने शिक्षामित्रों का समायोजन जल्द करने का निर्देश दिया गया था। बैठक में कार्यकर्ताओं ने प्रशासनिक अव्यवस्था की तीखी निंदा की और एलान किया कि अगर जल्द इसका समाधान नहीं हुआ तो संघ आंदोलन चलाएगा। इस बारे में जिलाध्यक्ष धर्मपाल यादव की अगुवाई में एक बार फिर बीएसए को पत्र सौंपा गया है।
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