प्रधानजी फल एवं दूध का वितरण नहीं कराते थे। मध्याह्न भोजन में इस्तेमाल होने वाली सामग्री पर्याप्त मात्र में नहीं देते थे। कई विद्यालयों में मध्याह्न भोजन बनवाने में सहयोग नहीं करते थे। दो ग्राम सभाओं में प्रधान की मृत्यु हो जाने के कारण भी एमडीएम बनने में दिक्कत आ रही थी। ऐसी समस्याओं की रिपोर्ट बेसिक शिक्षा विभाग ने जिलाधिकारी को दी। जिलाधिकारी के अनुमोदन पर 28 विद्यालयों को एसएमसी (विद्यालय प्रबंध समिति) के हवाले कर दिया। इन स्कूलों में मध्याह्न भोजन निधि का दायित्व एसएमसी अध्यक्ष व प्रधानाध्यापक के संयुक्त खाते से निर्वहन किया जाएगा। मछरहेटा ब्लॉक के बरसंधिया व परसदा तथा पिसावां ब्लॉक के बिचपरिया के प्रधान की मृत्यु हो जाने के कारण एमडीएम एसएमसी के सुपुर्द कर दिया गया। इसी ब्लॉक के आदिलपुर प्रधान मध्याह्न भोजन में सहयोग नहीं करते थे। रामपुर मथुरा ब्लॉक के प्रधान ने भोजन बनवाने से इंकार किया तो प्राथमिक विद्यालय भदेसर, रमुवापुर व ढखवा तथा उच्च प्राथमिक विद्यालय कन्या पर्वतपुर की जिम्मेदारी भी एसएमसी को सौंपी गई है। सिधौली ब्लॉक के प्राथमिक विद्यालय कटसरैयां व ऐलिया ब्लॉक के इमलिया सुल्तापुर प्राथमिक विद्यालय में प्रधान ने एमडीएम बनवाने से इंकार कर दिया था। प्राथमिक व उच्च प्राथमिक विद्यालय तिहार तथा प्राथमिक विद्यालय प्रतापपुर में भी प्रधान सही तरीके से एमडीएम नहीं बनवा रहे थे। खैराबाद ब्लॉक के प्राथमिक विद्यालय दहेलिया श्रीरंग, चकलापुर, बरसोहिया, सरैंया मलुही तथा उच्च प्राथमिक विद्यालय बरसोहिया व सरैंया मलुही में प्रधान दूध व फल का वितरण नहीं कराते थे। प्राथमिक विद्यालय मखदूमपुर में प्रधान ने प्रधान ने भोजन बनवाने में असमर्थता जाहिर की थी। परसेंडी ब्लॉक के प्राथमिक विद्यालय नरसोही व देवरिया में प्रधान पर्याप्त मात्र में भोजन सामग्री नहीं देते थे। प्राथमिक विद्यालय चांदपुर, जानीपुर व हिलालपुर तथा लहरपुर ब्लॉक के टकेली ग्राम के सभी विद्यालय में एमडीएम बनवाने से प्रधान ने असमर्थता जाहिर की थी। महोली ब्लॉक के नरनी में प्रधान ने रसोइयां के चेक पर हस्ताक्षर नहीं किए थे।
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