विधान सभा चुनाव की तैयारियों के साथ ही मतदान का फीसद बढ़ाने पर भी जोर दिया जा रहा है। शासन प्रशासन की तरफ से मतदाता जागरुकता अभियान चलाए जा रहे हैं और उसी कड़ी में स्कूल कालेजों के स्काउट और गाइड को भी लगाया जा रहा है। समाज सेवा करने वाले स्काउट और गाइड अब न केवल जागरुकता कार्यक्रम चलाएंगे बल्कि गांव घरों में लोगों को मतदान के लिए प्रेरित भी करेंगे। अभियान में अच्छा काम करने वाले को राज्यपाल सम्मानित भी करेंगे।
निर्वाचन आयोग की तरफ से मतदान जागरुकता कार्यक्रम चलाए जा रहे हैं। शासन और प्रशासन 18 साल आयु के हो चुके युवक और युवतियों के अधिक से अधिक वोट बनाने के लिए अभियान चला चुका है। अब मतदाता सूची तैयार हो चुकी है तो विधान सभा चुनाव में अधिक से अधिक मतदान की रणनीति बनाई जा रही है और उसी कड़ी में विद्यालयों के स्काउट और गाइड को भी शामिल किया गया है। प्रादेशिक मुख्यायुक्त उत्तर प्रदेश भारत स्काउट और गाइड एवं निदेशक साक्षरता वैकल्पिक शिक्षा उर्दू एवं प्राच्य भाषा की तरफ से प्रदेश के सभी जिला बेसिक शिक्षा अधिकारियों को पत्र जारी किया है। जिसमें बताया गया कि उच्च प्राथमिक विद्यालयों से लेकर इंटर कालेजों तक में गठित स्काउट और गाइड को मतदान जागरुकता अभियान में लगाया जाए। जोकि बैनर और पोस्टर लेकर लोगों को जागरुक करें साथ ही अपने अपने घरों से लेकर गांव और मुहल्ले के लोगों को भी मतदान के लिए प्रेरित करें।
मलिन बस्तियों व मुस्लिम बाहुल्य क्षेत्रों पर जोर: वैसे तो मतदान का फीसद सभी क्षेत्रों में बढ़ाने पर जोर दिया जा रहा है लेकिन मलिन बस्तियों और मुस्लिम बाहुल्य क्षेत्रों पर विशेष जोर है। निदेशक की तरफ से जारी पत्र में साफ कहा गया कि अन्य क्षेत्रों में तो काम होगा ही इन क्षेत्रों में विशेष प्रयास किया जाए
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