प्रभारी बेसिक शिक्षाधिकारी त्रिलोकीनाथ ने कहा कि शिक्षक बच्चों को पढ़ाते समय शिक्षा में गुणात्मक सुधार लाएं। वह दढ़ियाल अहतमाली के पूर्व माध्यमिक विद्यालय में आयोजित नवाचार और गुणवत्तापूर्ण शिक्षण कार्यशाला में शिक्षकों और बच्चों को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने बच्चों को खेल-खेल में ऐसी शिक्षा देने का आहवान किया कि जो बच्चों को सरलता से पढ़ने में आ जाए। उन्होंने बच्चों से कहा कि जो भी विद्यालय में पढ़ाया जाए उसको लिखते रहें, ताकि घर जाने के बाद भी दोबारा पढ़ सकें। इस अवसर पर खंड शिक्षाधिकारी सद्दीक अहमद ने कहा कि शिक्षक बच्चों को नए टिप्स दें। खेल-खेल के माध्यमों से पाठ्यक्रमों को पढ़ाएं, जिससे बच्चों को वह रुचिकर लगे और बच्चा पाठ्यक्रम को खेल की भाषा में पढ़ लें। कहा कि शिक्षकों को चाहिए कि वह शिक्षा को कैसे रुचिपूर्ण बनाएं। शिक्षक आपस में भी विचार-विमर्श किया करें। इस मौके पर बच्चों को विषय विशेषज्ञ शिक्षकों ने पढ़ाया। पढ़ाते समय बीआरपी और खंड शिक्षाधिकारी ने उनके शिक्षण कार्य का निरीक्षण किया। इस मौके पर बच्चों ने विज्ञान और गणित विषय पर बनाए प्रोजेक्टों की प्रदर्शनी लगाई। इससे पूर्व बच्चों ने प्रार्थना की तथा सुविचार प्रस्तुत किए। इस मौके पर बीआरसी प्रेमसिंह चौहान, गो¨वद सिंह, शरीफ रिजवी, श्रीपाल सिंह, अजय, विक्रम, रविपाल सिंह, इंद्रेश चौहान, निर्देशलता, अर¨वद त्यागी, आनंद भंडारी, प्रधान पति महबूब अहमद उपस्थित रहे। खंड शिक्षाधिकारी सद्दीक अहमद ने बताया कि शिक्षा में सुधार लाने के उद्देश्य से एक माह में दो विद्यालयो में नवाचार और गुणवत्तापूर्ण शिक्षक कार्यशाला का आयोजन किया जाता है। अगली कार्यशाला 23 फरवरी को टांडा के जालपुर विद्यालय में होगी।
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