परिषदीय विद्यालयों में मुख्यमंत्री अखिलेश यादव की तस्वीर वाले समाजवादी स्कूल बैग शिक्षा विभाग के लिए बड़ी समस्या बन गए हैं। सूबे में नई सरकार के गठन के बाद इन बस्तों के वितरण को लेकर अधिकारी खासे परेशान हैं। चुनाव से पहले परिषदीय स्कूलों के बच्चों में स्कूल बैग बांटने की योजना प्रदेश सरकार ने बनाई थी। इसके लिए बड़े जोर-शोर से अभियान चला। दिसंबर माह में जनपद के कक्षा 1 से 8 तक के बच्चों में वितरण के लिए 2,48,890 स्कूल बैग शासन से भेजे गए। जिला प्रशासन व बेसिक शिक्षा विभाग बैग वितरण की अभी योजना बना ही रहा था कि आचार संहिता लागू हो गई। चुनाव आयोग के निर्देश के चलते बैग वितरण नहीं हो सका। सारे बैग जनपद के विभिन्न बीआरसी तथा शिक्षा विभाग के कार्यालय में सुरक्षित रख दिए गए। प्रदेश में गठित होने वाली भाजपा सरकार इन बस्तों का वितरण कराएगी या वापस मंगा लेगी। इसको लेकर ऊहापोह की स्थिति है। बैग वितरण में बड़ी समस्या इस बात को लेकर है कि उसपर निवर्तमान मुख्यमंत्री अखिलेश यादव की तस्वीर छपी है। 1 यदि इन बस्तों का वितरण कराया जाता है तो यह पिछली सरकार का गुणगान होगा और यदि नहीं होता है तो सरकारी धन की बर्बादी होगी। ऐसे में बड़ा सवाल है कि इन स्कूल बस्तों का होगा क्या। भाजपा सरकार यह तो कतई नहीं चाहेगी कि सरकार उसकी रहे और प्रचार पिछली सपा सरकार का हो। जनपद के सभी बीआरसी पर कमरों में रखे यह स्कूल बैग एक ओर जहां पिछली सरकार की उपलब्धि का बखान कर रहे हैं वहीं नई सरकार के लिए चुनौती बन गए हैं। बता दें कि वर्तमान शैक्षिक सत्र अप्रैल 16 से चल रहा है। 31 मार्च को यह समाप्त भी हो जाएगा। सरकार की शिक्षा व्यवस्था का हाल यह रहा कि सितंबर माह में बच्चों को बांटने के लिए आधी-अधूरी पुस्तकें भेजी गईं। अधिकांश बच्चों को पूरी किताबें नहीं मिल सकीं। किसी को गणित की किताब नहीं मिली तो किसी को अंग्रेजी की। सामाजिक विषय सहित कई अन्य विषयों की किताबें तो बच्चों को आज तक नहीं मिलीं। 18 मार्च से परीक्षाएं भी शुरू हो रही हैं। बच्चों को निश्शुल्क पढ़ाने की योजना का वर्ष भर मखौल उड़ता रहा, व्यवस्था जैसे-तैसे चलती रही और सत्र भी बीत गया। स्कूल बैग बांटने के लिए तब भेजा गया जब चुनाव सिर पर आ गया। बनकटी संवाददाता के अनुसार 16000 स्कूल बैग ब्लाक संसाधन केंद्र के भंडार गृह में रखे गए हैं। निवर्तमान मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के ड्रीम प्रोजेक्ट के तहत इन बस्तों का वितरण किया जाना था। 1इस संबंध में अंजनी कुमार सिंह, सीडीओ, बस्ती ने बताया कि यह शासन की योजना है। बच्चों में स्कूल बैग का वितरण होना है। जहां तक निवर्तमान मुख्यमंत्री अखिलेश यादव का चित्र बस्तों पर लगा होने का सवाल है तो इसके संबंध में शासन से जैसी गाइड लाइन आएगी उसके हिसाब से काम किया जाएगा। धूल फांक रहे हैं बच्चों के 2,48,890 स्कूल बैग
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