नया शिक्षा सत्र 2017-18 आरंभ होने में मात्र एक सप्ताह से अधिक का समय शेष रह गया है। जब कि नए सत्र के लिए नि:शुल्क पाठ्य पुस्तकों का दूर-दूर तक कहीं अता-पता नहीं है। इससे प्राथमिक विद्यालयों में अध्ययनरत छात्रों का पठन-पाठन सुचारु रूप से न होने पर सवालिया निशान लग सकता है। ब्लाक सठियांव क्षेत्र के सैकड़ों प्राथमिक व उच्च प्राथमिक विद्यालय बेसिक शिक्षा परिषद द्वारा संचालित है। इसके अलावा मान्यता प्राप्त विद्यालयों में भी नि:शुल्क पाठ्य पुस्तकें मुहैया कराए जाने का नियमानुसार प्राविधान है। इस प्रकार पूरे ब्लाक में हजारों प्राथमिक स्तर के छात्रों को शिक्षा प्रदान करने के लिए नि:शुल्क पाठ्य पुस्तकें हर वर्ष छात्रों को विद्यालय में उपलब्ध कराई जाती है ताकि प्राथमिक शिक्षा समय से शुरू हो सके। इस बार पिछले वर्ष की भांति नि:शुल्क पाठ्य पुस्तकों की छपाई का टेंडर का कहीं अता-पता नहीं है। वहीं प्राथमिक व उच्च प्राथमिक कक्षाओं की परीक्षाए संपन्न होने में मात्र चंद दिन ही शेष रह गए हैं और नया शिक्षा सत्र आगामी अप्रैल माह से शुरू हो जाएगा। इसके बावजूद नि:शुल्क पाठ्य पुस्तकें जिससे बच्चे पठन-पाठन करते हैं अब तक ब्लाक संसाधन केंद्र सठियांव पर नई खेप नहीं पहुंच सकी है। ऐसे में अभिभावकों का मानना है कि नया सत्र अपने समय से भले आरंभ हो जाए परंतु नि:शुल्क पाठ्य पुस्तकें बच्चों में मुहैया कराना काफी कठिन जान पड़ता है।
"नई किताब तो नहीं आई है लेकिन पुरानी किताबें बच्चों से ली जा रही हैं। नई पुस्तक न आने की दशा में पुरानी पुस्तकों से ही शिक्षण का कार्य आरंभ कराया जाएगा" -- खंड शिक्षाधिकारी, सठियांव
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