DISTRICT WISE NEWS

अंबेडकरनगर अमरोहा अमेठी अलीगढ़ आगरा इटावा इलाहाबाद उन्नाव एटा औरैया कन्नौज कानपुर कानपुर देहात कानपुर नगर कासगंज कुशीनगर कौशांबी कौशाम्बी गाजियाबाद गाजीपुर गोंडा गोण्डा गोरखपुर गौतमबुद्ध नगर गौतमबुद्धनगर चंदौली चन्दौली चित्रकूट जालौन जौनपुर ज्योतिबा फुले नगर झाँसी झांसी देवरिया पीलीभीत फतेहपुर फर्रुखाबाद फिरोजाबाद फैजाबाद बदायूं बरेली बलरामपुर बलिया बस्ती बहराइच बाँदा बांदा बागपत बाराबंकी बिजनौर बुलंदशहर बुलन्दशहर भदोही मऊ मथुरा महराजगंज महोबा मिर्जापुर मीरजापुर मुजफ्फरनगर मुरादाबाद मेरठ मैनपुरी रामपुर रायबरेली लखनऊ लखीमपुर खीरी ललितपुर लख़नऊ वाराणसी शामली शाहजहाँपुर श्रावस्ती संतकबीरनगर संभल सहारनपुर सिद्धार्थनगर सीतापुर सुलतानपुर सुल्तानपुर सोनभद्र हमीरपुर हरदोई हाथरस हापुड़

Tuesday, March 21, 2017

आजमगढ़ : नये सत्र के लिए निःशुल्क पाठ्य पुस्तकों की छपाई के टेंडर का कहीं अता पता नहीं, पुस्तकों के न आने से पठन पाठन होगा प्रभावित

नया शिक्षा सत्र 2017-18 आरंभ होने में मात्र एक सप्ताह से अधिक का समय शेष रह गया है। जब कि नए सत्र के लिए नि:शुल्क पाठ्य पुस्तकों का दूर-दूर तक कहीं अता-पता नहीं है। इससे प्राथमिक विद्यालयों में अध्ययनरत छात्रों का पठन-पाठन सुचारु रूप से न होने पर सवालिया निशान लग सकता है। ब्लाक सठियांव क्षेत्र के सैकड़ों प्राथमिक व उच्च प्राथमिक विद्यालय बेसिक शिक्षा परिषद द्वारा संचालित है। इसके अलावा मान्यता प्राप्त विद्यालयों में भी नि:शुल्क पाठ्य पुस्तकें मुहैया कराए जाने का नियमानुसार प्राविधान है। इस प्रकार पूरे ब्लाक में हजारों प्राथमिक स्तर के छात्रों को शिक्षा प्रदान करने के लिए नि:शुल्क पाठ्य पुस्तकें हर वर्ष छात्रों को विद्यालय में उपलब्ध कराई जाती है ताकि प्राथमिक शिक्षा समय से शुरू हो सके। इस बार पिछले वर्ष की भांति नि:शुल्क पाठ्य पुस्तकों की छपाई का टेंडर का कहीं अता-पता नहीं है। वहीं प्राथमिक व उच्च प्राथमिक कक्षाओं की परीक्षाए संपन्न होने में मात्र चंद दिन ही शेष रह गए हैं और नया शिक्षा सत्र आगामी अप्रैल माह से शुरू हो जाएगा। इसके बावजूद नि:शुल्क पाठ्य पुस्तकें जिससे बच्चे पठन-पाठन करते हैं अब तक ब्लाक संसाधन केंद्र सठियांव पर नई खेप नहीं पहुंच सकी है। ऐसे में अभिभावकों का मानना है कि नया सत्र अपने समय से भले आरंभ हो जाए परंतु नि:शुल्क पाठ्य पुस्तकें बच्चों में मुहैया कराना काफी कठिन जान पड़ता है।

"नई किताब तो नहीं आई है लेकिन पुरानी किताबें बच्चों से ली जा रही हैं। नई पुस्तक न आने की दशा में पुरानी पुस्तकों से ही शिक्षण का कार्य आरंभ कराया जाएगा" -- खंड शिक्षाधिकारी, सठियांव

No comments:
Write comments