शिक्षक भर्ती की काउंसलिंग के लिए आगरा से आए अभ्यर्थी की डिग्री फर्जी पाए जाने का मामला में सोमवार को सामने आया। अभ्यर्थी की डिग्री पर संदेह होने पर जब कर्मचारियों ने सख्ती बरती तो अभ्यर्थी अपने सारे प्रमाण पत्र लेकर भागने लगा। इसी बीच काउंसलिंग में आए अन्य अभ्यर्थी उसको दौड़ाने लगे। आरोपी अभ्यर्थी गजेंद्र पुत्र धर्मेंद्र सिंह निवासी आगरा भागते हुए सड़क तक आ गया वहां मौके पर खड़ी डायल 100 के पुलिस कर्मियों ने उसे शक के आधार पर रोका तब तक पीछे से अन्य अभ्यर्थी भी पहुंच गए। भीड़ का आक्रोश देख पुलिस उसे अपनी सुरक्षा में लेकर पहुंची तथा प्राचार्य के कक्ष में पूछताछ शुरू हुई। बाद में अभ्यर्थी ने यह कबूल कर लिया कि उसकी डिग्री फर्जी है। उसने यह भी कहा कि काउंसलिंग कराने के लिए उसके जैसे अन्य लोग भी आए हैं। कुछ तो काउंसलिंग कराने में सफल भी हो गए हैं। प्राचार्य ने बीएसए एमपी वर्मा को सूचना दी। मौके पर पहुंचे बीएसए ने अपने स्तर से पूछताछ शुरू की। बाद में अभ्यर्थी गिड़गिड़ाने लगा। बीएसए ने उससे शपथ पत्र लेने के साथ ही डिग्री व मार्कशीट की मूल प्रति जमा करा ली तथा कहा वह संबंधित बोर्ड से अभ्यर्थी के प्रमाणपत्रों की जांच कराएंगे। जांच के बाद यदि वास्तव में डिग्रियां फर्जी मिलीं तो उसके खिलाफ आपराधिक मुकदमा दर्ज कराया जाएगा। इस बीच यह भी पता चला कि काउंसलिंग कराने आए चार अन्य अभ्यर्थी जब फर्जी डिग्री पकड़े जाने की बात सुने तो अपने कागजात समेत फरार हो गए। बीएसए ने बताया कि ऐसे समस्त डिग्रीधारी जिनके प्रमाणपत्र पर जरा भी शक होगा उनकी गहन जांच कराई जाएगी।
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