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Saturday, September 6, 2025

नौ लाख शिक्षकों, शिक्षामित्रों, अनुदेशकों, रसोइयों और उनके परिवारीजन को मिलेगी कैशलेस इलाज की सुविधा, सीएम योगी ने की शिक्षक दिवस पर बड़ी घोषणा

नौ लाख शिक्षकों, शिक्षामित्रों, अनुदेशकों, रसोइयों और उनके परिवारीजन को मिलेगी कैशलेस इलाज की सुविधा,  सीएम योगी ने की शिक्षक दिवस पर बड़ी घोषणा


81 शिक्षकों को राज्य शिक्षक पुरस्कार, 10 शिक्षकों को मुख्यमंत्री ने किया सम्मानित

शिक्षामित्रों और अनुदेशकों का मानदेय बढ़ेगा, योगी ने कहा समिति का गठन कर चुके

शिक्षकों के साथ रसोइयों को भी कैशलेस इलाज का लाभ, प्रक्रिया जल्द पूरी करने का आदेश


लखनऊशिक्षक दिवस पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रदेश के नौ लाख से अधिक शिक्षकों और उनके परिवारीजन को कैशलेस इलाज की सुविधा दिए जाने की घोषणा की है। इनमें बेसिक, माध्यमिक और उच्च शिक्षा के शिक्षकों के साथ शिक्षामित्र, अनुदेशक और रसोइयां भी शामिल होंगे। मुख्यमंत्री ने शिक्षा अधिकारियों को इसकी प्रक्रिया जल्द पूरी करने का निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि शिक्षामित्रों और अनुदेशकों का मानदेय बढ़ाने पर विचार के लिए उच्च स्तरीय समिति गठित की गई है। समिति की रिपोर्ट आते ही कार्य के अनुरूप मानदेय देने का प्रयास किया जाएगा।


लोक भवन सभागार में शुक्रवार को आयोजित शिक्षक सम्मान समारोह में मुख्यमंत्री ने बेसिक शिक्षा के 66 और माध्यमिक शिक्षा के 15 शिक्षकों सहित कुल 81 शिक्षकों को राज्य शिक्षक पुरस्कार प्रदान किए। 10 शिक्षकों को मुख्यमंत्री ने स्वयं सम्मानित किया, जबकि अन्य को शिक्षा मंत्रियों ने पुरस्कृत किया। पुरस्कार स्वरूप शिक्षकों को 25 हजार रुपये का चेक, सरस्वती प्रतिमा और शाल प्रदान किया गया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने कहा कि कुछ लोग स्कूलों के विलय और बाल वाटिका के बारे में दुष्प्रचार कर रहे थे, लेकिन कई प्रधानाचार्यों और शिक्षकों ने मेहनत और नवाचार से सरकारी विद्यालयों को कान्वेंट या पब्लिक स्कूल को टक्कर देने लायक बना दिया है। उन्होंने सुलतानपुर, वाराणसी और अन्य जिलों के उदाहरण भी दिए।

उन्होंने बताया कि आपरेशन कायाकल्प के तहत प्रदेश के 1.36 लाख विद्यालयों को 19 बुनियादी सुविधाओं से जोड़ा गया है। वहीं प्रोजेक्ट अलंकार के जरिये अब तक 2100 विद्यालयों को नए भवन और सुरक्षित वातावरण उपलब्ध कराया गया है। मुख्यमंत्री ने बताया कि नई शिक्षा नीति के अनुरूप प्रदेश में 5000 से अधिक बाल वाटिकाएं शुरू हो चुकी हैं, जिनमें 25 हजार से अधिक बच्चों ने शिक्षा की शुरुआत कर दी है। इन्हें मुख्यमंत्री पोषण मिशन और आंगनबाड़ी केंद्रों से भी जोड़ा जा रहा है। बच्चों को पौष्टिक व स्वादिस्ट भोजन उपलब्ध कराया जाएगा ताकि उनमें सीखने की रुचि बढ़े। उन्होंने कहा कि अब सीसीटीवी निगरानी में परीक्षाएं कराई जाती हैं और 56 लाख विद्यार्थियों के परिणाम एक महीने के भीतर घोषित किए जाते हैं।


आज यूपी बोर्ड का विद्यार्थी किसी भी बोर्ड से कमतर नहीं है। मुख्यमंत्री ने कहा कि 2017 से पहले यूपी शिक्षा, स्वास्थ्य और सुरक्षा के क्षेत्र में पिछड़ा हुआ था। अब बड़े सुधार हुए हैं, लेकिन कुछ लोग नकारात्मक माहौल बनाने की कोशिश करते हैं। उन्होंने शिक्षकों से अपील की कि वे अपनी तुलना किसी नौकरशाह या नेता से न करें और शिक्षा सुधार की प्रक्रिया को आगे बढ़ाएं। समारोह को बेसिक शिक्षा मंत्री संदीप सिंह व माध्यमिक शिक्षा मंत्री गुलाब देवी ने भी संबोधित किया। अपर मुख्य सचिव बेसिक व माध्यमिक का भी दायित्व संभाल रहे मुख्य सचिव दीपक कुमार और महानिदेशक स्कूल शिक्षा कंचन वर्मा भी कार्यक्रम में मौजूद थे।

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