ज्ञानपुर (भदोही) : क्रियान्वयन में मनमानी या फिर किसी अन्य कारण से ग्राम प्रधान से छीनकर विद्यालय प्रबंध समितियों को सौंपे गए मध्याह्न भोजन बनवाने की जिम्मेदारी एक बार फिर से प्रधानों को मिल सकती है। जिलाधिकारी ने पिछले दिनों नव निर्वाचित ग्रामप्रधानों को मध्याह्न भोजन की जिम्मेदारी निभाने के लिए मौका उपलब्ध कराया है। वह शपथ पत्र के साथ आवेदन कर योजना का क्रियान्वयन कर सकते हैं।1 परिषदीय प्राथमिक व पूर्व माध्यमिक विद्यालयों में अध्ययनरत बच्चों को दोपहर भोजन देने के उद्देश्य संचालित मध्याह्न भोजन योजना का क्रियान्वयन ग्राम प्रधान व प्रधानों के स्तर से किया जाता है। मध्याह्न भोजन को कमाई का जरिया बना लेने को लेकर हमेशा से शिकायत उठती रही है। कहीं बच्चों को मानक के अनुरूप भोजन न देने तो कहीं पूरी तरह से ही भोजन न बनवाने की शिकायत छाई रहती है। इसी क्रम में उठी तमाम शिकायतों पर कराई गई जांच के बाद जिले में करीब 40 ग्राम पंचायतों में स्थित विद्यालयों में भोजन बनवाने का जिम्मा ग्रामप्रधानों से हटाकर विद्यालय प्रबंध समितियों को सौंप दिया गया था। पिछले दिनों संपन्न पंचायत चुनाव के बाद नई ग्राम पंचायतों के अस्तित्व में आ जाने के बाद अब जिलाधिकारी ने नए बने ऐसे ग्रामप्रधान जो मध्याह्न भोजन योजना का संचालन करना चाहते हैं उन्हें मौका दे दिया है। मध्याह्न भोजन योजना के जिला समन्वयक आरके सिंह ने बताया कि जो ग्रामप्रधान भोजन बनवाना चाहते हैं उन्हें इस शपथ पत्र के साथ आवेदन करना होगा कि वह पूरी ईमानदारी के साथ योजना क्रियान्वित करेंगे। इसके पश्चात उन्हें जिम्मेदारी सौंप दी जाएगी।
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