पवन यादव, अमेठी जिले का माडल स्कूल अब हाईटेक होने जा रहा है। वह दिन दूर नहीं जब नवोदय, केंद्रीय विद्यालय व कॉन्वेंट की तरह माडल स्कूल के बच्चे भी प्रोजेक्टर के सहारे अपना ज्ञान बढ़ाएंगे। बेसिक महकमा स्कूल में प्रोजेक्टर लगवाने की तैयारी कर रहा है। इसके लिए बीएसए द्वारा रूपरेखा तैयार की जा रही है। परिषदीय स्कूलों के प्रति बच्चों व अभिभावकों की घटती रुचि के साथ ही कान्वेंट स्कूलों से प्रतिस्पर्धा में खरा उतरने के लिए बेसिक महकमे ने जिला मुख्यालय के पचेहरी स्कूल को माडल स्कूल का दर्जा प्रदान किया है। यहां बच्चों को कान्वेंट की तर्ज पर अंग्रेजी माध्यम की शिक्षा दी जाती है। इसके साथ ही बच्चों की हीन भावना समाप्त करने के लिए इनके पहनावे में टाई व बेल्ट का समावेश किया गया है। इस विद्यालय के अध्यापकों को भी अंग्रेजी माध्यम की शिक्षा देने के लिए खास तौर पर प्रशिक्षण दिया गया है। विभिन्न सुविधाओं से लैस विद्यालय में अब एक और सुविधा जुड़ने जा रही है। बहुत जल्द ही यहां पढ़ने वाले बच्चों को प्रोजेक्टर के सहारे शिक्षा दी जाएगी। स्कूल में प्रोजेक्टर लगवाने के लिए महकमे ने तैयारियां शुरू कर दी हैं। सभी के सहयोग से हुआ काम1माडल स्कूल में जो सुविधाएं मौजूद हैं। वह पूर्व जिलाधिकारी जगतराज, बीएसए आनंद कुमार पांडे, बीईओ गौरीगंज अशोक कुमार यादव व विद्यालय के शिक्षकों के सहयोग से है। विभाग द्वारा इसके लिए अलग से बजट की व्यवस्था नहीं की गई है। जिससे यहां पर बच्चों को बेहतर शिक्षा मिल सके।आकर्षण का केंद्र बना माडल स्कूल पचेहरी का प्रवेश द्वारजागरणशासन के मंशानुसार माडल स्कूल में बेहतर शिक्षा के प्रयास लगातार जारी हैं। माडल स्कूल के बच्चों की पढ़ाई हाईटेक बनाने के लिए प्रोजेक्टर का इंतजाम किया जा रहा है। जल्द ही उन्हें प्रोजेक्टर के माध्यम से शिक्षण कार्य कराया जाएगा
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