बीएलओ की बैठक में भाग लेने आए शिक्षकों में ड्यूटी को लेकर आक्रोश दिखाई दिया। शिक्षकों का कहना था कि इस ड्यूटी में अधिकतर प्रधानाध्यापकों को लगाया गया है। जबकि सभी प्रधानाचार्यों को मिड डे मील बनाए जाने की जिम्मेदारी भी सौंपी गई है। ऐसे में शिक्षक कहां पर ड्यूटी करें। यह बात समझ में नहीं आ रही है। शिक्षकों का कहना था कि पहले प्रशिक्षण दिया जाए। साथ ही वार्ड का नक्शा भी प्रदान किया जाए। जिससे ड्यूटी करने में कोई परेशानी न हो।
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