केजीबी आवासीय विद्यालय में फूड प्वाइजनिंग की घटना से 28 छात्रओं की जान सांसत में पड़ गई लेकिन बीएसए समेत जिम्मेदार अधिकारी मामले की जानकारी देने से कतरा रहे हैं। आखिर ऐसा क्या है कि मामले को छिपाने में अधिकारी पूरी तरह जुटे हैं। शनिवार को स्कूल में दो दिन की छुट्टी कर छात्रओं को घर भेज वार्डेन व प्रभारी वार्डेन को कार्यमुक्त कर हिलौली व औरास की वार्डेन को जिम्मेदारी सौंपी गई है। बीएसए मामले में कुछ भी बताने से किनारा करते रहे। हां जांच का खेल चहारदीवारी के भीतर अफसरों के बीच जरूर चल रहा है।13 जुलाई की रात में भोजन करने के बाद 28 बालिकाओं की तबीयत बिगड़ गई थी। रात भर विधालय की वार्डेन व शिक्षिकाएं चुप्पी साथे रही थी। जिसके बाद 24 घंटे में दर्जनों छात्रओं के बीमारी की पुष्टि डॉक्टरों ने फूड प्लाइजनिंग से की तो हड़कंप मच गया था। जिसके बाद दहशत का ऐसा माहौल बना कि छात्रओं ने शुक्रवार की सुबह नाश्ता तक छोड़ अभिभावकों के साथ घर जाने की होड़ मच गई थी। शनिवार को बीएसए ने दो दिन की छुट्टी कर स्कूल बंद करने का ऐलान किया लेकिन उसके पहले ही स्कूल लगभग खाली हो चुका था। बीएसए की दो दिन की छुट्टी की घोषणा का राज किसी के गले नहीं उतर रहा है। वहीं कार्रवाई किस किस पर की गई इसकी जानकारी फिलहाल केजीबी की चहारदीवारी तक ही सीमित है। पिछले 48 घंटे से जांच का खेल खेला जा रहा है लेकिन लापरवाही क्या रही। इसका पता नहीं लगाया जा सका है। जिससे जांच पर सवालिया निशान उठने लगे हैं। खंड शिक्षा अधिकारी मृंत्युजय यादव ने बताया कि जांच की जा रही है वाडेॅन समेत तीन शिक्षिकाएं कार्रवाई की जद में है।
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