माध्यमिक विद्यालयों में शिक्षकों की उपस्थित सुनिश्चित करने को लगाई गईं बायोमैट्रिक मशीनें लगते ही दगा दे गई हैं। मशीनों के विधिवत कार्य न करने से शिक्षकों को उपस्थित को लेकर असमंजस की स्थिति है।
जिले में माध्यमिक विद्यालयों में शिक्षकों की उपस्थित सुनिश्चित करने के लिए बायोमैट्रिक मशीन लगाने के निर्देश परिषद ने दिए थे। जिसके तहत राजकीय और अशासकीय सहायता प्राप्त माध्यमिक विद्यालयों में मशीन लगाई जानी थी। उसी के आधार पर शिक्षकों का वेतन आहरित किया जाना था। प्रथम चरण में जिले के आठ राजकीय विद्यालयों में बायोमैट्रिक मशीनें लगाई गई थी, जिसमें शिक्षकों का डाटा फीड किया गया। मशीन लगने के बाद शिक्षकों की उपस्थिति समय से होने लगी थी लेकिन कुछ दिन बाद इन मशीनों में गड़बड़ी आने लगी। कहीं शिक्षक की उपस्थित दर्ज नहीं होती तो कहीं पर मशीन काम ही नहीं करती। जिन शिक्षकों की पंचिंग हो रही है मशीन की गड़बड़ी के कारण उन्हें भी उपस्थित को लेकर असमंजस रहता है। मशीन के विधिवत काम न करने से विद्यालयों में तैनात शिक्षकों का विद्यालय आने का पुराना रवैया फिर शुरू हो गया है। इस संबंध में जीआईसी हरदोई के प्रभारी प्रधानाचार्य टीआर पाल ने बताया कि कभी-कभी मशीन शिक्षकों की उपस्थित को दर्ज नहीं करती है। इस पर शिक्षकों को लिख कर देना पड़ता है। उन्होंने बताया कि दिसंबर पूरा होने पर जब उपस्थित शीट निकाली जाएगी तभी मशीन के विषय में सही स्थिति का आकलन हो सकेगा। इन मशीनों को लगाने वाली कार्यदायी संस्था को इस संबंध में जानकारी दी गई है। वहीं डीआईओएस कमलाकर पांडेय ने बताया कि अभी आठ स्कूलों में इसकी शुरुआत हुई है, जहां गड़बड़ी है उनको दुरुस्त कराया जाएगा।
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