स्कूल का दुर्भाग्य,रसोईं है धुआं-धुआं
जागरण संवाददाता, फतेहपुर : विद्यालयों में मिड डे मील बनाने के लिए गैस के कनेक्शन अनिवार्य रूप से दिए गए थे। लेकिन जिले के 80 स्कूलों में रसोई गैस कनेक्शन के बजाए लकड़ी जलाकर बन रही है। इस वैकल्पिक व्यवस्था से पर्यावरण को नुकसान हो रहा है तो रसोइया सहित बच्चों की सेहत में बुरा प्रभाव पड़ रहा है।
जिले के 2650 प्राथमिक और उच्च प्राथमिक स्कूलों में शासन से आवंटित धनराशि दी गई। जिससे एजेंसियों से गैस कनेक्शन खरीदे गए थे। जिनसे विद्यालयों में गर्मागर्म भोजन बनाकर दिया गया। सरकारी इमारत पर चोरों ने निगाह टिकाई तो बारी बारी से 80 विद्यालयों का गैस कनेक्शन चुरा लिया। जिससे विकल्प के रूप में लकड़ी और गोबर के उपलों से खाना बनाया जाने लगा है। यह क्रम सालों साल से चल रहा है।
130 स्कूलों को मुहैया कराए गए दोबारा: सरकारी स्कूलों में चोरी की घटनाओं के बाद प्रधानाध्यापकों ने थाना पुलिस में चोरी की एफआइआर दर्ज कराई। शासन की पड़ताल में इन विद्यालयों को बारी बारी से गैस कनेक्शन के लिए एफआइआर के आधार पर दोबारा धन आवंटित किया गया है। एमडीएम के अभिलेखों में गौर करें तो अब तक 30 कनेक्शन दिए जा चुके हैं। वैसे अभी भी कई विद्यालयों को दूसरी बार कनेक्शन नहीं मिल सके हैं।
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