DISTRICT WISE NEWS

अंबेडकरनगर अमरोहा अमेठी अलीगढ़ आगरा इटावा इलाहाबाद उन्नाव एटा औरैया कन्नौज कानपुर कानपुर देहात कानपुर नगर कासगंज कुशीनगर कौशांबी कौशाम्बी गाजियाबाद गाजीपुर गोंडा गोण्डा गोरखपुर गौतमबुद्ध नगर गौतमबुद्धनगर चंदौली चन्दौली चित्रकूट जालौन जौनपुर ज्योतिबा फुले नगर झाँसी झांसी देवरिया पीलीभीत फतेहपुर फर्रुखाबाद फिरोजाबाद फैजाबाद बदायूं बरेली बलरामपुर बलिया बस्ती बहराइच बागपत बाँदा बांदा बाराबंकी बिजनौर बुलंदशहर बुलन्दशहर भदोही मऊ मथुरा महराजगंज महोबा मिर्जापुर मीरजापुर मुजफ्फरनगर मुरादाबाद मेरठ मैनपुरी रामपुर रायबरेली लखनऊ लख़नऊ लखीमपुर खीरी ललितपुर वाराणसी शामली शाहजहाँपुर श्रावस्ती संतकबीरनगर संभल सहारनपुर सिद्धार्थनगर सीतापुर सुलतानपुर सुल्तानपुर सोनभद्र हमीरपुर हरदोई हाथरस हापुड़

Thursday, December 9, 2021

UPTET 2021 : दिसंबर में यूपीटीईटी कराना मुश्किल, जानिए आगे कब हो सकती है परीक्षा

UPTET  2021 : दिसंबर में यूपीटीईटी कराना मुश्किल, जानिए आगे कब हो सकती है परीक्षा


UPTET 2021 Exam Date : यूपीटीईटी रद्द करने के बाद प्रशासन ने कहा था कि परीक्षा एक माह के भीतर करा ली जाएगी। लेकिन यूपीटीईटी दोबारा से एक महीने में कराना किसी सूरत में संभव नहीं है। सीटीईटी व बैंक भर्ती समेत कई परीक्षाएं दिसंबर में होने जा रही हैं। हाल ही में बेसिक शिक्षा मंत्री सतीश द्विवेदी ने दिसंबर में दोबारा परीक्षा कराने की बात कही थी। लेकिन आयोजन से जुड़े लोगों का मानना है कि जनवरी के दूसरे सप्ताह के बाद ही परीक्षा हो सकती है।


तैयारियां शुरू 
उत्तर प्रदेश शिक्षक पात्रता परीक्षा ( यूपीटीईटी ) 2021  फिर से कराने की तैयारियां फिर से शुरू हो चुकी हैं। प्रश्नपत्र निर्माण के लिए विषय विशेषज्ञों को भी बुलाने की तैयारी कर रहे हैं। परीक्षा के लिए त्रुटिहीन प्रश्नपत्र बनवाना सबसे बड़ी चुनौती है।


सूत्रों के अनुसार कुछ जिलों में परीक्षा केंद्र बदलने की तैयारी है। अभ्यर्थियों को नए सिरे से प्रवेश पत्र जारी होंगे। इस संबंध में मंगलवार को शासन में बैठक हुई थी, जिसमें सचिव अनिल भूषण चतुर्वेदी को भी बुलाया गया था। वित्तविहीन स्कूलों के स्थान पर राजकीय और सहायता प्राप्त माध्यमिक स्कूलों, सीबीएसई-सीआईएससीई के स्कूलों, डिग्री कॉलेजों और विश्वविद्यालयों को भी केंद्र बनाने के लिए कोशिशें की जा रही हैं। बहुत आवश्यकता पड़ने पर अच्छी छवि के वित्तविहीन स्कूलों को ही केंद्र बनाया जाएगा। इसके लिए जिला विद्यालय निरीक्षकों से भी वार्ता हो रही है, ताकि केंद्रों को बदलने में आने वाली कठिनाइयों को दूर किया जा सके।


पेपर लीक होने के चलते यूपीटीईटी परीक्षा निरस्त कर दी गई थी। टीईटी प्राथमिक स्तर की परीक्षा के लिए 13.52 लाख और टीईटी उच्च प्राथमिक स्तर की परीक्षा के लिए 8.93 लाख अभ्यर्थियों ने रजिस्ट्रेशन कराया है। टीईटी परीक्षा में पहली बार इतनी बड़ी संख्या में अभ्यर्थी भाग लेने जा रहे थे। परीक्षार्थियों को हुए नुकसान की भरपाई के लिए योगी सरकार ने उन्हें प्रवेश पत्र दिखाकर बसों से मुफ्त यात्रा की सुविधा दी है। नई तिथि पर परीक्षा देने में अभ्यर्थियों को दिक्कत न हो, इसके लिए सभी जिला प्रशासन को निर्देश जारी कर दिया गया है।



UPTET 2021 : फिर से जारी होंगे यूपीटीईटी के प्रवेश पत्र, कुछ परीक्षा केंद्र भी बदलेंगे, दिसंबर में संभव नहीं परीक्षा

यूपीटीईटी की तैयारी शुरू, केंद्रों की समीक्षा


प्रयागराज: प्रश्नपत्र लीक हो जाने से रद की गई उत्तर प्रदेश शिक्षक पात्रता परीक्षा (यूपीटीईटी)-2021 अब नए परीक्षा नियामक प्राधिकारी (पीएनपी) सचिव को करानी है। ऐसे में वह अपने स्तर से तैयारियों को परखकर अंतिम रूप देंगे। परीक्षा तिथि शासन और बेसिक शिक्षा मंत्री से विमर्श के बाद तय होगी, लेकिन परीक्षा कराए जाने को लेकर तैयारियां पीएनपी में शुरू कर दी गई हैं। खासतौर पर परीक्षा केंद्रों की समीक्षा किए जाने की तैयारी है। परीक्षा केंद्रों में बड़े स्तर पर बदलाव किए जाने की चर्चा है। 

प्रश्नपत्र तैयार कराने के साथ प्रश्नपत्र छपवाने के लिए प्रिंटिंग एजेंसी का नए सिरे से चयन किया जाना है। इस पूरी प्रक्रिया के चलते दिसंबर में परीक्षा हो पाना कठिन है। यूपीटीईटी-2021 को निष्पक्ष कराना नए सचिव अनिल भूषण चतुर्वेदी के लिए बड़ी चुनौती है। नए सिरे से प्रश्नपत्र तैयार कराने के साथ उसे छपवाने के लिए प्रिंटिंग एजेंसी फाइनल करना प्रमुख कार्य है। नकल के लिए बदनाम कई जिलों के केंद्रों पर खासतौर पर नजर है।



पेपर लीक के कारण निरस्त उत्तर प्रदेश शिक्षक पात्रता परीक्षा (यूपी-टीईटी) 2021 को फिर से कराने के लिए परीक्षा नियामक प्राधिकारी कार्यालय ने तैयारियां शुरू कर दी हैं। सूत्रों के अनुसार कुछ जिलों में परीक्षा केंद्र बदलने की तैयारी है। अभ्यर्थियों को नये सिरे से प्रवेश पत्र जारी होंगे। इस संबंध में मंगलवार को शासन में बैठक हुई थी, जिसमें सचिव अनिल भूषण चतुर्वेदी को भी बुलाया गया था।

वित्तविहीन स्कूलों के स्थान पर राजकीय और सहायता प्राप्त माध्यमिक स्कूलों, सीबीएसई-सीआईएससीई के स्कूलों, डिग्री कॉलेजों और विश्वविद्यालयों को भी केंद्र बनाने के लिए कोशिशें की जा रही हैं। बहुत आवश्यकता पड़ने पर अच्छी छवि के वित्तविहीन स्कूलों को ही केंद्र बनाया जाएगा। इसके लिए जिला विद्यालय निरीक्षकों से भी वार्ता हो रही है, ताकि केंद्रों को बदलने में आने वाली कठिनाइयों को दूर किया जा सके। 


साथ ही प्रश्नपत्र निर्माण के लिए विषय विशेषज्ञों को भी बुलाने की तैयारी कर रहे हैं। परीक्षा के लिए त्रुटिहीन प्रश्नपत्र बनवाना सबसे बड़ी चुनौती है। क्योंकि परीक्षा के बाद सर्वाधिक विवाद प्रश्नों को ही लेकर होता है। हालांकि सहायता प्राप्त जूनियर हाईस्कूलों में सहायक अध्यापक के 1504 और प्रधानाध्यापकों के 390 पदों के लिए 17 अक्तूबर को आयोजित परीक्षा में प्रश्नों को लेकर खास विवाद नहीं हुआ था। इसलिए यूपी-टीईटी में भी ऐसे ही पेपर सेट करवाया जाएगा जिससे कोई विवाद न हो। 


दिसंबर में संभव नहीं टीईटी
यूपी-टीईटी को दोबारा से एक महीने में कराना किसी सूरत में संभव नहीं है। हाल ही में बेसिक शिक्षा मंत्री सतीश द्विवेदी ने दिसंबर में दोबारा परीक्षा कराने की बात कही थी। लेकिन आयोजन से जुड़े लोगों का मानना है कि जनवरी के दूसरे सप्ताह के बाद ही परीक्षा हो सकती है।

No comments:
Write comments