जागरण संवाददाता, अमेठी : जिले के बाजारशुकुल क्षेत्र में चेचक का प्रकोप बेकाबू हो गया है। किसी भी अनहोनी से निपटने के लिए जिलाधिकारी चंद्रकांत पांडे ने जिम्मेदार अधिकारियों को सजग रहने का आदेश दिया है। कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय में आधा दर्जन बच्चियों को चेचक होने की शिकायत पर डीएम ने सभी के इलाज के आदेश देने के साथ ही तत्काल प्रभाव से विद्यालय को आगामी 14 अप्रैल तक के लिए बंद कर दिया गया है। वहीं जिले के प्रभारी सीएमओ बिना बताए जिला छोड़कर गायब हो गए हैं। जबकि सीएमओ पहले से ही छुट्टी पर चल रहे हैं। नाराज जिलाधिकारी ने प्रभारी सीएमओ का वेतन रोकने के साथ ही कार्रवाई के लिए शासन को पत्र लिखा है। 1बताना मुनासिब होगा कि बाजारशुकुल क्षेत्र में पिछले कुछ दिनों से चेचक का प्रकोप है। तमाम कोशिशों के बाद भी स्वास्थ्य महकमा चेचक की बीमारी को रोक पाने में असफल साबित हो रहा है। वहीं आवासीय कस्तूरबा गांधी विद्यालय में बच्चियों को चेचक होने की खबर के बाद हड़कंप ही मच गया। 14 अप्रैल तक विद्यालय पूरी तरह से बंद कर दिया गया है। अगर चेचक को लेकर क्षेत्र में हालात सामान्य हो गए तो 16 अप्रैल से पुन: स्कूल में पढ़ाई शुरू होगी। जिलाधिकारी ने कहा कि बच्चों के स्वास्थ्य से किसी भी हालत में खिलवाड़ बर्दाश्त नहीं किया जा सकता। बीएसए को कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालय में व्यवस्थाओं को सुधारने व साफ-सफाई पर विशेष ध्यान देने का निर्देश दिया गया है। बताना मुनासिब होगा कि पिछले कई दिनों से बाजारशुकुल क्षेत्र में चेचक का प्रकोप है। इसके बावजूद भी स्वास्थ्य महकमा पूरी तरह से अंजान बना हुआ है। गोमती नदी के कछार में बसी ग्राम पंचायत मकदूमपुर कला के पूरे परौती गांव में विगत एक सप्ताह से ग्रामीण चेचक की गिरफ्त में आकर जीवन मौत से संघर्ष कर रहे हैं। गांव के ख़ुशीराम यादव 40 वर्ष, उनकी प}ी शान्ती देवी 36 वर्ष, अमिता 13 वर्ष, कुलदीप 15 वर्ष, धनंजय 10 वर्ष, ललिता पुत्री गुरु प्रसाद 17 वर्ष, शुभम 12 वर्ष, अभिषेक 9 वर्ष पुत्रगण स्वामीनाथ, सलोनी पुत्री राम औतार 16 वर्ष तथा मकदूमपुर निवासी देवानन्द रैदास पुत्र साहेब लाल 16 वर्ष, राम सागर 45 वर्ष, रामकुमारी पुत्री भुलई 22 वर्ष विगत एक सप्ताह से संक्रामक रोग से ग्रसित हैं। तमाम कोशिशों के बाद भी चेचक के मरीजों की संख्या बढ़ती जा रही है।
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