खीरी। शिक्षकों द्वारा मांगों को लेकर किए गए लंबे धरना-प्रदर्शन के बाद बीएसए के आदेश पर उनकी सेवा पुस्तिकाओं को तैयार किया जाना शुरू किया गया था। अब इस कार्य को और तेज कर दिया गया है। काम समय से पूर हो इसके लिए ठोस कदम भी उठाए जा रहे हैं। समस्त एबीआरसी को गैर शैक्षणिक कार्यों से विरत भी कर दिया गया है।गौरतलब हो कि प्रशिक्षु शिक्षक से सहायक अध्यापक बने शिक्षकों को वेतन प्राप्ति के लिए सेवा पुस्तिका मय अभिलेखों के तैयार कर जिले पर भेजने के निर्देश बीआरसी को दिए गए थे। लेकिन शुरूआत में यह कार्य ठीक ढंग से नहीं हो सका। वेतन समेत अन्य मांगों को लेकर शिक्षकों ने धरना-प्रदर्शन शुरू किया था। पिछले दिनों बीएसए ने नौरंगपुर प्राथमिक विद्यालय में बैठक की थी, जिसमें यह मुद्दा भी प्रमुखता से उठा था। बीएसए ने तब बीइओ को गंभीरता दिखाते हुए कार्य को अविलंब पूरा करने के निर्देश दिए थे। इसी कड़ी में पिछले समय से लगातार सेवा पुस्तिकाएं तैयार कर उन्हें जिले पर भेजने की प्रक्रिया चल रही है। बीइओ भरत कुमार वर्मा ने बताया कि नवीन सत्र के प्रारंभ होने के कारण काम बढ़ गया है। शैक्षिक गतिविधियों में निरंतरता बनाए रखने हेतु समस्त एबीआरसी को गैर शैक्षणिक कार्यों से विरत किया जाता है। इस संबंध में जारी पत्र में कहा गया है कि एक अप्रैल से 30 सितंबर तक विद्यालय समय परिवर्तित यानि सुबह आठ से अपराह्न एक बजे तक रहेगा। इस कारण कोई भी शिक्षक अति महत्वपूर्ण, विशेष परिस्थिति को छोड़कर विद्यालय समय मंे कार्यालय नहीं आएगा। क्योंकि कार्यालय इस समय के उपरांत भी खुला रहता है। शिक्षकों के प्रकरणों को निस्तारित कराने में लिपिक के सहयोग हेतु संबंधित एबीआरसी को निर्देशित कर दिया गया है। उधर बीएसए ने इससे पहले 17 मार्च को कुल छह शिक्षकों के वेतन आहरण की कार्रवाई नियमानुसार प्रारंभ करने को कहा है। इसमें पटिहन, गोबरौला, कोठिया, मुरारखेड़ा कालोनी, नौरंगपुर, पटिहन के शिक्षक शामिल हैं।
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