बदायूं हिन्दुस्तान संवादशिक्षकों को अब बच्चों को हाजिरी लगाने के लिए भेजे जाने वाले एसएमएस के लिए जेब से खर्च नहीं करना पड़ेगा। इसके लिए शासन ने योजना बना ली है। जल्द यह योजना जिले में लागू हो जाएगी। इसके लिए शासन ने बीएसए से सभी शिक्षकों के मोबाइल नंबर मांगे हैं। बेसिक शिक्षा के गिरते स्तर को देखते हुए शासन ने स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चों की हाजिरी एसएमएस के माध्यम से लगाने के निर्देश जारी किए थे। यह निर्देश इसलिए दिए गए कि शिक्षक अपने कर्तव्यों से दूर न रहकर स्कूल पहुंचकर बच्चों की शिक्षा पर ध्यान दें। इसके लिए परिषदीय स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चों की हाजिरी एसएमएस के माध्य से लगाएं। इस पर शिक्षकों को दिक्कतें होने लगी। मोबाइल खर्च के कारण यह व्यवस्था परवान नहीं चढ़ सकी। इस पर शासन ने शिक्षकों को मोबाइल खर्च देने की योजना तैयार की है। इसके लिए एनआईसी में विशेष साफ्टवेयर तैयार किया जाएगा। इसका नाम अटेंडेंस माड्यूल नाम दिया जाएगा। बीएसए आनंद शर्मा ने बताया कि इस संबंध में अभी निर्देश प्राप्त नहीं हुए हैं। निर्देश मिलते ही कार्य शुरू कर दिया जाएगा। एक शिक्षक को ही मिलेगा खर्च : एक स्कूल में कई शिक्षक तैनात होते हैं, लेकिन इनमें से एक शिक्षक को हाजिरी लगाने की जिम्मेदारी सौंपी जाएगी। उसी शिक्षक को मोबाइल का खर्च दिया जाएगा।
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