जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी जेएन सिंह ने परिषदीय विद्यालयों को संवारने के लिए 13 ¨बदुओं पर खास एजेंडा तैयार किया है। इसके तहत शिक्षा की गुणवत्ता के साथ ही छात्रों और शिक्षकों के अनुशासन पर विशेष नजर होगी। यही नहीं एमडीएम संचालन से लेकर छात्रों के मनोरंजन और शारीरिक शिक्षा के बाबत स्कूलों के खेल मैदानों की तस्वीर बदली जाएगी। खंड शिक्षा अधिकारियों तथा बीआरसी व एनपीआरसी के माध्यम से जनपद के सभी परिषदीय प्राथमिक एवं उच्च प्राथमिक विद्यालयों के प्रधानाध्यापकों को इसका कड़ाई से अनुपालन करने को निर्देशित किया गया है।
बीएसए ने सुबह साढ़े सात बजे अनिवार्य तौर पर विद्यालय खोलने के साथ ही सवा आठ बजे तक स्कूल व परिसर की साफ सफाई के अलावा प्रार्थना, पीटी व व्यायाम कराने के अलावा गिनती व पहाड़े अभ्यास कराते हुए उपस्थित लिए जाने को कहा है। शिक्षण कार्य शुरू करने से पहले छात्रों की संख्या के अनुसार गुणवत्तापरक एमडीएम तैयार कराने की कवायद शुरू करा दी जाएगी। मध्यावकाश में अनुशासित तरीके से छात्रों को टाट-पट्टी पर बैठाकर सफाई के बीच भोजन परोसा एवं खिलाया जाएगा।
इस दौरान भोजन मिलने तक छात्रों को राष्ट्रीय गीत, कहानी आदि बताते हुए अनुशासन में बैठाए रखना होगा। जबकि विद्यालय के बंद होने से एक या दो घंटे पहले विषय के अनुसार कार्य, सांस्कृतिक कार्यक्रम, खेलकूद व मनोरंजन का आयोजन होना चाहिए। कक्षा में शैक्षिक तौर पर कमजोर छात्रों के लिए अलग से क्लास लगाने को निर्देशित किया गया। खेल के मैदान को समतल करने के साथ ही किनारे पौधरोपण कराया जाएगा। सबसे अहम में झंडारोहण विद्यालय की छत पर कराने का निर्देश दिया गया है। जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी ने बताया कि उक्त निर्देशों का निरीक्षण कर अनुपालन देखा जाएगा। इसमें लापरवाही पाए जाने पर दोषियों के विरुद्ध कार्रवाई की जाएगी
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